नानाजी देशमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मजबूत स्तंभ रहे प्रख्यात समाजसेवक नानाजी देशमुख (93) का 27 फरवरी, 2010 को देहावसान हो गया। देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजे गए नानाजी शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण लोगों के बीच स्वावलंबन के लिए किए गए कामों के लिए याद किए जाते हैं। भारतीय जनसंघ के संस्थापक रहे नानाजी ने 60 साल की आयु के बाद राजनीति से सन्यास ले लिया था। अपना शेष जीवन उन्होंने चित्रकूट के गांंवों का कल्याण करने में बिताया और उनके विकास की एक नई गाथा लिखी।
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