39th president of Brazil: लूला डा सिल्वा एक बार फिर से ब्राजील के प्रेसिडेंट बन गए है. लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा (Luiz Inacio Lula da Silva) ने ब्राज़ील के 39वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है.
ब्राजील में पिछले वर्ष अक्टूबर में संपन्न हुए जनरल इलेक्शन में अपने प्रतिद्वंदी जायर बोल्सोनारो को बहुत ही कम अंतर से हराया था. अक्टूबर में, उन्हें 60.3 मिलियन वोट (50.9 प्रतिशत) वोट मिले थे जबकि तत्कालीन राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) को 58.2 मिलियन (49.1 प्रतिशत) वोट मिले थे.
लूला और चुने गए नए उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन (Geraldo Alckmin) ने संसद भवन जाने से पहले एक ओपन-टॉप कन्वर्टिबल पर शहर में परेड कर जनता का अभिवादन किया उसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
Brazil | Luiz Inacio Lula da Silva sworn in as president of Brazil under tightened security, following threats of violence by supporters of predecessor Jair Bolsonaro#brazil #LulaDaSilva pic.twitter.com/CODIjdN8sD
— DD News (@DDNewslive) January 2, 2023
लूला का पॉलिटिकल करियर:
लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा एक ब्राज़ीलियाई राजनेता है. वह वर्कर्स पार्टी (Workers’ Party ) के एक संस्थापक सदस्य है.
उन्होंने पहली बार अपनी पार्टी की ओर से 1982 में साओ पाउलो राज्य के गवर्नर का चुनाव लड़ा था और वह चौथे स्थान पर रहे थे.
लूला को 1986 में साओ पाउलो से फ़ेडरल डिप्टी के रूप में नेशनल चैंबर ऑफ डेप्युटी के लिए चुना गया था. लूला 1989 में वर्कर्स पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, लेकिन वे फर्नांडो कोलोर डी मेलो से हार गए थे.
2002 के राष्ट्रपति चुनाव में आखिरकार उहे सफलता मिली और उन्होंने जोस सेरा को 61.5 प्रतिशत मतों से पराजित किया. जनवरी 2003 में कार्यभार संभालने के बाद, लूला ने अर्थव्यवस्था में सुधार लाने, सामाजिक सुधारों को लागू करने और सरकारी भ्रष्टाचार को समाप्त करने पर काम किया.
वह 01 जनवरी 2003 से 31 दिसम्बर 2010 के बीच दो बार ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं दी है. 01 जनवरी 2023 से वह तीसरी बार देश का नेतृत्व कर रहे है.
Dia 1 ❤️
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जेल में भी रहे थे लूला:
लूला डा सिल्वा अपने तीसरे राष्ट्रपति कार्यकाल से पहले 2018 और 2019 के बीच भ्रष्टाचार के मामले एक साल से अधिक समय तक जेल में रहे थे. 5 अप्रैल 2018 को, ब्राजील के सुप्रीम फेडरल कोर्ट ने लूला की बंदी प्रत्यक्षीकरण (habeas corpus ) याचिका को 6-5 वोट से खारिज कर दिया था. बाद में इस विवादास्पद सजा को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था.
ब्राज़ील-इंडिया रिलेशन:
पिछले कुछ दशकों में भारत-ब्राजील संबंध काफी मजबूत हुए है. दोनों देश कई महत्वपूर्ण इंटरनेशनल प्लेटफार्म के सदस्य है. जिनमे ब्रिक्स (BRICS), G-20 और G-4 और आईबीएसए (IBSA) प्रमुख है. भारत और ब्राजील के बीच डिप्लोमेटिक रिलेशन 1948 में स्थापित किए गए थे.
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