न्यूमेरिकल एबिलिटी और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड यह दोनों विषय गणितीय कौशल से सम्बंधित है और ज्यादातर विद्यार्थी इन दोनों विषयों को एक विषय ही समझते है। परन्तु क्या आप जानते है, ये दोनों विषय भिन्न-भिन्न है। इन दोनों विषयों के सिलेबस के अलावा पूछे जाने वाले प्रश्नों के पैटर्न तथा कठिनाई स्तर में भी काफी अंतर होता है।
इनमे एक समानता यह है कि दोनों ही विषयों में आपके स्कूल स्तर के गणित के ज्ञान का परीक्षण किया जाता है। और दोनों ही विषयों में अभ्यास और दृढ़ संकल्प के द्वारा आप उच्च अंक प्राप्त कर सकते है।
हाल ही में, SBI ने प्रोबेशनरी ऑफिसर्स और क्लर्क की भर्ती के लिए अधिसूचनाएं जारी की हैं। SBI Clerk और SBI PO परीक्षाये क्रमशः जून और जुलाई के महीने में आयोजित होनी है। इन अधिसूचनाओं में एक बात बहुत दिलचस्प है और यह है कि क्लर्क कैडर के लिए, SBI ने गणितीय कौशल के परीक्षण के लिए संख्यात्मक क्षमता अर्थात् न्यूमेरिकल एबिलिटी विषय निर्धारित किया है जबकि प्रोबेशनरी ऑफिसर्स के पदों के लिए, यह क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड है। इस लेख में, हम इन दो विषयों के बीच अंतर को जानने का प्रयास करेंगे।
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और न्यूमेरिकल एबिलिटी: भिन्न-भिन्न कैसे हैं?
एक अनुभवी भर्ती एजेंसी और परीक्षा आयोजित कराने वाली संस्था के रूप में, SBI ने क्लर्क और ऑफिसर स्तर की परीक्षाओं के लिए विषय के नामकरण के इस अंतर को बहुत सोच-समझकर निर्धारित किया है। अब, आपको इन दोनों विषयों के बीच के अंतर को समझने की आवश्यकता है ताकि आप तदनुसार अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकें और अच्छा स्कोर कर सकें।
कठिनाई का स्तर
जैसा कि अधिसूचना से ही स्पष्ट है, इन दोनों विषयों के लिए प्रश्नों के कठिनाई का स्तर में अंतर होगा। एक विषय क्लेरिकल कैडर भर्ती के लिए है जबकि दूसरा ऑफिसर कैडर के लिए है। न्यूमेरिकल एबिलिटी में मुख्य रूप से संख्याओं पर आधारित प्रश्न पूछे जाते है। इसके अलावा इन प्रश्नों में कोई बहुत अधिक तर्क की आवश्यकता नहीं होती है। न्यूमेरिकल एबिलिटी के प्रश्नों को हल करने के लिए आपकी कैलकुलेशन स्पीड बहुत अच्छी होनी चाहिए।
जबकि इसके विपरीत क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के प्रश्नों में दोनों का संयोजन होगा क्योंकि इन प्रश्नों को हल करने के लिए तार्किक योग्यता के साथ-साथ आपकी कैलकुलेशन स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए।
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प्रश्नों का पैटर्न
दोनों विषयों के प्रश्नों के पैटर्न में भी आपको बहुत अंतर मिलेगा। न्यूमेरिकल एबिलिटी में मुख्य रूप से निम्नलिखित टॉपिक पर प्रश्न पूछे जाते है :
सरलीकरण(simplification)
संख्या श्रृंखला(number series)
अंकगणितीय प्रश्न (arithmetic questions)
बीजगणित (algebra)
जबकि क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के प्रश्नों में इन टॉपिक्स के अलावा आपको प्रोबेबिलिटी (probability), क्रमचय और संचय (permutation and combination), डेटा सफीशियेन्सी (data sufficiency) आदि टॉपिक्स पर आधारित प्रश्न भी मिलेगे। इस प्रश्नों को पूछे जाने का मुख्य उद्देश्य आपके आस-पास की चीजों पर अपना ज्ञान लागू करने की क्षमता का परीक्षण करना।
उदाहरण के लिए, जब आप किसी विषय अथवा मुद्दे पर परिणाम को लेकर सुनिश्चित नहीं होते तो आप निर्णय लेने के लिए में प्रोबेबिलिटी का उपयोग करते हैं । मौसम वैज्ञानिको द्वारा हर दिन मौसम की भविष्यवाणी करने के लिए प्रोबेबिलिटी का उपयोग किया जाता है। मौसम विज्ञानी कोई निश्चित भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि आज मौसम क्या होगा, इसलिए वे बारिश, बर्फ या गड़गड़ाहट की संभावना निर्धारित करने के लिए उपकरणों के साथ प्रोबेबिलिटी का उपयोग करके भविष्यवाणी करते है।
यदि आप किसी बैंक में क्लर्क बनने जा रहे हैं, तो आपके पास निर्णय लेने से सम्बंधित कोई कार्य या जिम्मेदारी नहीं होगी। आपको मुख्य रूप से अपने ऑफिसियल काम में संख्याओ से डील करना है। जबकि एक अधिकारी के रूप में आपको अपने ज्ञान और विश्लेषण के आधार पर समय-समय पर सटीक और त्वरित निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।
समय कारक (Time factor)
न्यूमेरिकल एबिलिटी टेस्ट का मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थी की प्रश्नों को हल करने की सटीकता के साथ-साथ कैलकुलेशन स्पीड का परीक्षण करना है, जबकि क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड टेस्ट का मुख्य उद्देश्य ज्ञान के आधार पर प्रश्नों को समझना और हल करना है। अतः न्यूमेरिकल एबिलिटी टेस्ट में आपको समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना होता है। जबकि क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के प्रश्नों को हल करने के लिए आपको टॉपिक का गहरा ज्ञान होना चाहिए।
यहाँ हम बैंक की परिस्थिति के बारे में सोच सकते है बैंक में काम करने वाले क्लर्क को एक दिन में कई सारे ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करनी होती है, लेकिन उन्हें मुख्य रूप से कैश से सम्बंधित कार्य जैसे ग्राहकों से नकद का लेंन-देन, सावधि जमा खाता (fixed deposit account) या बचत खाता (savings account) खोलना, पासबुक अपडेट करना आदि कार्य करने होते है जबकि एक ऑफिसर को अपने दैनिक कार्यों के साथ-साथ पेंशन से लेकर ऋण से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं को भी सुलझाना होता है। इसके लिए आपकी क्रिटिकल थिंकिंग एबिलिटी स्किल (Critical Thinking Skills) और थॉट प्रोसेस (thought process) का सकारात्मक होना अति आवश्यक है। और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड भी माध्यम क्रिटिकल थिंकिंग एबिलिटी स्किल और थॉट प्रोसेस के परीक्षण का एक विश्वसनीय माध्यम है।
और इसी कारणवश SBI ने न्यूमेरिकल एबिलिटी और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के सिलेबस और प्रश्नों के पैटर्न और कठिनाई स्तर में आवश्यक अंतर रखा है ।
यह कहना गलत नहीं होगा कि SBI सफलतापूर्वक और कुशलता से भर्ती परीक्षा आयोजित कराने के लिए पर्याप्त अनुभवी संस्था है। इसी कारण क्लेरिकल कैडर और ऑफिसर कैडर के पदों के लिए आवश्यक स्किल अर्थात् कौशल के अनुसार परीक्षाओं के लिए अलग-अलग विषयों को चुना है। अब यह आपकी ज़िम्मेदारी है कि SBI के इस संकेत को समझें और तदनुसार अपनी परीक्षा की तैयारी करे।
शुभकामनाएं!!
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