अबतक तो इस साल class 12 बोर्ड एग्ज़ाम्स देने जा रहे स्टूडेंट्स को यह मालूम हो चुका होगा की उनका बोर्ड परीक्षा का परिणाम कैसा रहेगा. उन्होंने अपने इंटरनल एग्ज़ाम्स और प्री-बोर्ड एग्ज़ाम्स में अपनी परफॉरमेंस से अंदाज़ा लगा लिया होगा की उनके बोर्ड एग्ज़ाम्स में कैसे मार्क्स आएंगे. और अब तो इतने कम समय में आप क्लास 12 बोर्ड एग्ज़ाम्स की अच्छी तैयारी भी नहीं कर सकेंगे. ऐसे में स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षा के परिणाम को लेकर भय और चिंता होना ज़ाहिर सी बात है. लेकिन इस समय किसी भी तरह की चिंता और तनाव लेना और अधिक नुकसानदायक साबित हो सकता है. इस समय स्टूडेंट्स को सिर्फ बोर्ड एग्ज़ाम्स में अच्छा प्रदर्शन करने के बारे में सोचना चाहिए. अगर फिर भी आपको लगता है की कम मार्क्स आएंगे या आप फ़ेल हो सकते हैं तो, इस लेख में आप ऐसे कोर्सेज़ के बारे में जान सकते हैं जो आपके लिए एक अच्छा करियर बना सकते हैं-
इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्सेज़ – ज़्यादातर स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने की आकांक्षा रखते हैं और IIT JEE, WBJEE जैसी प्रवेश परीक्षाओं के द्वारा अच्छे इंजीनियरिंग संस्थानों में कोर्सेज़ करने की कोशिश में लगे रहते हैं. लेकिन, जिन स्टूडेंट्स के कम मार्क्स आते है या वह फ़ेल हो जाते हैं. यह कोर्सेज़ उनके लिए भी इंजीनियरिंग में करियर बनाने का अवसर प्रदान करते हैं–
- डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
कहाँ से करें इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स?
ऐसे बहुत से पॉलिटेक्निक संस्थान है जहां पर इंजीनियरिंग की अलग-अलग शाखाओं में कक्षा 10वीं और 12वीं के बाद किए जाने वाले डिप्लोमा कोर्सेज़ उपलब्ध है. यह संस्थान केंद्रीय या राजकीय लेवल पर होते हैं.
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अन्य डिप्लोमा कोर्सेज़ – इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्सेज़ के अलावा भी छात्रों के लिए काफ़ी डिप्लोमा कोर्स के ऑप्शन है और यह कोर्सेज़ कॉमर्स या आर्ट्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स भी कर सकते हैं –
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन ग्राफ़िक डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन वेब डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन एप्प (Application or App) डेवलपमेंट
- डिप्लोमा इन प्रोग्रामिंग
- डिप्लोमा इन एनीमेशन
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग
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वोकेशनल कोर्सेज़ – इनके अलावा स्टूडेंट्स के पास वोकेशनल कोर्सेज़ के ऑप्शन भी है जो 6 महीने से लेकर एक साल सत्र तक के होते हैं. स्टूडेंट्स वोकेशनल कोर्स करने के बाद सीधे जॉब शुरू कर सकते हैं क्यूंकि वोकेशनल courses इंडस्ट्री स्पेसिफिक (विशेष रूप से किसी व्यवसाय से जुड़े) होते हैं. यहां नीचे कुछ सर्व प्रिय वोकेशनल कोर्सेज़ दिए गए हैं –
- होटल मैनेजमेंट
- फैशन डिजाइनिंग
- ऑफिस मैनेजमेंट
- पोषण और डाइट से जुड़े
- ब्यूटी एंड हेयर केयर – ब्यूटिशियन
- कंप्यूटर कोर्सेज़
- केटरिंग मैनेजमेंट
- इवेंट मैनेजमेंट
- हॉस्पिटल और हेल्थकेयर मैनेजमेंट – नर्सिंग
यह डिप्लोमा कोर्सेज़ कितने लाभदायक हैं स्टूडेंट्स के लिए?
- डिप्लोमा कोर्सेज़ से स्टूडेंट्स की अच्छी स्किल्स विकसित होती है और किसी एक उद्योग के लिए अपने को तैयार कर सकते हैं
- क्यूंकि डिप्लोमा कोर्सेज़ 6 महीने से लेकर 3 साल वाले सत्र तक के होते है तो स्टूडेंट्स अपना करियर जल्द ही शुरू कर सकते हैं.
- आजकल, विशेषज्ञता प्राप्त स्टूडेंट्स की हर इंडस्ट्री में डिमांड है तो डिप्लोमा या वोकेशनल कोर्सेज़ करने से उन्हें इंडस्ट्री के हिसाब से लाभदायक रहेगा.
निष्कर्ष: ख़राब मार्क्स आने से या फ़ेल हो जाने से आपकी ज़िन्दगी नही रूकती है, चाहे कोई भी परिस्थिति हो अगर सावधानी और समझदारी से सोचा जाए तो आप ख़राब परिणामो को भी सकरात्मक बना सकते हैं. कक्षा 12वी की परीक्षाओं को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन यकीन मानिए अगर आप फ़ेल भी हो जाते है तो इससे आपका करियर ख़राब नहीं होगा. स्टूडेंट्स को कोशिश यही करनी चाहिए की वह 12वी बोर्ड एग्ज़ाम्स में सफल रहें, अगर फिर भी ख़राब परिणाम आता है तो यहां बताई गईं बातों पर ज़रूर गौर करें.
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