पूरी दुनिया के कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ अपने स्टूडेंट्स को डिग्री, डिप्लोमा या प्रोफेशनल कोर्सेज करवाने के साथ ही कई किस्म की एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ भी ज्वाइन करवाते हैं. इन एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ के जरिये कॉलेज स्टूडेंट्स अपने कई शौक पूरे करने के साथ ही काफी उपयोगी स्किल्स भी सीख लेते हैं जो उन्हें भविष्य में एक्सपर्ट प्रोफेशनल या कामयाब कारोबारी बनने में मददगार साबित हो सकते हैं. कॉलेज की एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ कुछ ऐसी एक्टिविटीज़ होती हैं जिन्हें स्टूडेंट्स के एजुकेशनल कोर्स करिकुलम में शामिल नहीं किया जाता है और न ही इन एक्टिविटीज़ के लिए स्टूडेंट्स को कोई एग्जाम पास करना होता है. ऐसी कोई भी एक्टिविटी जिसमें प्रोडक्टिविटी शामिल होती है, एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटी है. कॉलेज/ यूनिवर्सिटी लेवल पर कुछ खास एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ हैं - स्पोर्ट्स एंड गेम्स, आर्ट्स जैसेकि, कॉमेडी, कलिनरी, विजूअल या परफोर्मिंग आर्ट. इसी तरह, फैशन डिजाइनिंग, ग्राफ़िक डिजाइनिंग, एनीमेशन, कार्टूनिंग, सिरेमिक्स के साथ अन्य हॉबीज़ जैसेकि, ब्लॉग राइटिंग, फिल्म क्लब, हाईकिंग, सिंगिंग, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट प्लेयिंग, डांस, ड्रामा, फोटोग्राफी, ड्राइंग और पेंटिंग आदि.
अगर आप अपने कॉलेज में कुछ नई एक्टिविटीज को शुरू करने के लिए एक्स्ट्रा-मोटिवेशन की तलाश कर रहे हैं तो यहां एक छोटा सा उदाहरण पेश है – आजकल एम्प्लोयर्स ऐसे लोगों की तलाश में रहते हैं जिन्हें पढ़ाई के अलावा भी और बहुत कुछ करना आता है. वे ऐसे कैंडिडेट्स की तलाश में रहते हैं जो दूसरे लोगों के साथ इंटरेक्शन और संपर्क करने में कुशल हों. टेक्निकल स्किल्स सिखाये जा सकते हैं लेकिन कॉलेज में एक्स्ट्रा-करिकुलर एक्टिविटीज की मदद से विकसित होने वाले सॉफ्ट स्किल्स आपको ऑफिस में नहीं सिखाये जा सकते हैं.
कॉलेज स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज से मिलने वाले फायदे
अब हम इस आर्टिकल में कॉलेज स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज से मिलने वाले फायदों के बारे में चर्चा कर रहे हैं.
कॉलेज स्टूडेंट्स बनते हैं क्रिएटिव, करते हैं अपने शौक पूरे
एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज स्टूडेंट्स को उनके मानक अकेडमिक करिकुलम के अतिरिक्त अपने लक्ष्य प्राप्त करने और शौक पूरे करने की इजाजत देती हैं. उदाहरण के लिये, कोई बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन का स्टूडेंट म्यूजिक का शौक रखता हो और अपने इस शौक को पूरा करने के लिए वह आसानी से कॉलेज बैंड ज्वाइन कर सकता है. वह कुछ दूसरी एक्टिविटीज में भी भाग ले सकता है जैसे कि वह किसी लैंग्वेज क्लब को ज्वाइन कर सकता हैं. किसी विदेशी भाषा को सीखने से उसके रिज्यूम में बहुत सकारात्मक असर पड़ेगा और फिर किसी MNC में कोई जॉब प्राप्त करने में उसे इससे काफी मदद मिल सकती है. बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री और किसी विदेशी भाषा की अच्छी जानकारी जॉब इंटरव्यू के समय उसे अपने पीअर्स से विशेष या ज्यादा योग्य बना सकते हैं. एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज स्टूडेंट्स को उनके कौशल विकास के साथ-साथ अपनी फील्ड में क्रिएटिव बनने में काफी मदद करती हैं जिससे बाद में उन्हें अपनी प्रोफेशनल लाइफ सेट करने में काफी मदद मिलती है.
टीम वर्क की ट्रेनिंग
एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज अक्सर ग्रुप एक्टिविटीज होती हैं जो आप अपने जैसे शौक या पसंद रखने वाले लोगों के साथ मिल-जुलकर संपन्न करते हैं. चाहे वह फुटबॉल, क्रिकेट जैसी कोई टीम स्प्रोट्स हों या फिर बैडमिंटन, तैराकी जैसा अकेले खेले जाने वाला कोई खेल हो. टीम्स में खेली जाने वाली कई अन्य गेम्स की तरह ही तैराकी जैसे स्पोर्ट्स में भी आपको टीम के साथ प्रैक्टिस करनी होती है. तैराकी में भी अन्य कई साथी तैराक होते हैं जिनसे प्रतियोगिता करके आप अपने स्किल्स और ज्यादा बढ़ाते जाने की कोशिश करते हैं. हालांकि, एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज केवल आपके टेक्निकल स्किल्स के विकास से ही संबद्ध नहीं होती हैं, इनसे आपके कम्युनिकेशन स्किल्स भी निखरते हैं. टीम-स्पिरिट, दूसरों के साथ मिलकर काम करना, पब्लिक स्पीकिंग और अन्य कई ऐसे सॉफ्ट स्किल्स एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज से निखरते हैं. एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज आपको टीम वर्क की ट्रेनिंग देकर बहुत से लोगों से इंटरेक्ट करने और संपर्क कायम करने का मौका देती हैं जिनमें से कुछ आपकी बाद की जिंदगी में बहुत काम आ सकते हैं.
स्टूडेंट्स सीखते हैं टाइम मैनेजमेंट
जो स्टूडेंट्स एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज में शामिल रहते हैं, वे टाइम मैनेजमेंट सीखकर अपने समय का उपयोग उन स्टूडेंट्स से कहीं बेहतर तरीके से करते हैं जो स्टूडेंट्स हमेशा अपनी किताबों में खोये रहते हैं. हरेक दिन दो-तीन अलग-अलग टास्क्स पर काम करने से स्टूडेंट्स कई अलग-अलग टास्क्स को प्राथमिकता देने की कला सहज ही सीख जाते हैं. मान लीजिये, कोई स्टूडेंट थिएटर या ड्रामेटिक्स सोसाइटी में शामिल होता है, उसे एक्टिंग की प्रैक्टिस के लिए भी समय निकालना है और इसके साथ ही अपने कोर्स वर्क तथा प्रोजेक्ट सबमिशन में भी वह व्यस्त रहता है. वह यह भलीभांति जानता है कि वह दोनों में से किसी काम को भी नहीं छोड़ सकता है और इसलिये वह अपने इन दोनों ही कामों को अच्छी तरह पूरा करने के लिये कोई न कोई तरीका ढूंढ लेता है. ऐसा स्टूडेंट अपने लिए एक वर्क शेड्यूल बनाता है और पूरी ईमानदारी से उसका पालन करने की कोशिश करता है. वह शायद ही अपने किसी काम को कल पर टाले या अपना समय बेकार की बातों में बरबाद करे. इसके अतिरिक्त, कुछ घंटे प्रैक्टिस कर लेने पर वह अपने को ज्यादा तरोताज़ा महसूस करता है और फिर निश्चिंत होकर अपनी पढ़ाई कर सकता है.
कॉलेज स्टूडेंट्स का रिज्यूम और पोर्टफोलियो बनता है इम्प्रेसिव
जैसे कि हमने पहले भी कहा है, कॉलेज स्टूडेंट्स के लिये किसी जॉब या इंटर्नशिप के इंटरव्यू के समय एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज में भाग लेना बहुत फायदेमंद रहता है. यदि किसी स्टूडेंट के पास काफी प्रोफेशनल अनुभव नहीं है तो एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज किसी स्टूडेंट के पोर्टफोलियो को काफी इम्प्रेसिव बना देती हैं. अक्सर अधिकांश कॉलेज स्टूडेंट्स अपने कॉलेज के तीन साल पूरे होने से पहले कभी किसी प्रोफेशनल अनुभव को प्राप्त करने या इंटर्नशिप्स करने के बारे में नहीं सोचते हैं. एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज कॉलेज के दौरान सीखे गये स्किल्स और अनुभव पर पूछे जाने वाले प्रश्नों के समुचित जवाब देने में किसी भी स्टूडेंट की मदद करती हैं. एम्प्लोयर को कैंडिडेट के प्रोफाइल को अच्छी तरह समझने में इससे काफी मदद मिलती है.
अब आपको किस बात का इंतज़ार है? अपनी पसंद की कुछ एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज में भाग लें. अपने पैशन पता करें और कुछ नया सीखें. कुछ ऐसे स्किल्स सीखें जिनसे आपका रिज्यूम बहुत प्रभावशाली बन जाये.
जॉब, करियर, इंटरव्यू, एजुकेशनल कोर्सेज, प्रोफेशनल कोर्सेज, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ के बारे में लेटेस्ट अपडेट्स के लिए आप हमारी वेबसाइट www.jagranjosh.com पर नियमित तौर पर विजिट करते रहें.
अन्य महत्तवपूर्ण लिंक
जानें किस तरह एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज़ आपके भविष्य को बना सकती हैं उज्जवल?
कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए कुछ महत्वपूर्ण क्रिएटिव हॉबी आइडियाज
अपने रिज्यूम में वॉलंटियर वर्क एक्सपीरियंस को कैसे करें शामिल ?
Comments
All Comments (0)
Join the conversation