अक्सर कई छात्र तथा अभिभावक स्कूल में एडमिशन लेने से पहले ज़रूरी जानकारियाँ नहीं प्राप्त करते हैं और फिर पछताते हैं. आज के समय में सही स्कूल का चुनाव भी एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है तथा अच्छे स्कूल का चुनाव ही एक छात्र की विद्द्यक नींव को मजबूत बना सकता है. किसी भी स्टूडेंट के जीवन में हायर सेकेंडरी पास करने के बाद सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होता है कि उसे किस संस्थान में एडमिशन लेना चाहिए. अक्सर लुभावने विज्ञापन, सुनी-सुनाई बातों और दूसरों की देखा-देखी में बच्चे और अभिभावक गलत स्कूल या संस्थान का चुनाव कर लेते हैं जो स्टूडेंट के करियर के लिए बुरा साबित होता है.
यहाँ हम बतायेंगे कुछ ऐसी ख़ास बातें जो किसी स्कूल या संस्थान में दाखिला लेने के समय आपके लिए काफी हद तक सहायक साबित होंगी.
दरअसल अपनी पसंद के संस्थान में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स तथा अभिभावक अकसर परेशान नजर आते हैं. वहीं दूसरी ओर कई जरूरी चीजों को अनदेखा भी कर देते हैं. आइए जानते हैं कि स्कूल या किसी संस्थान का चयन करते समय किन बातों पर खास ध्यान देना चाहिए.
(1) ब्रांड चुनें या पसंद-
स्टूडेंट्स की सबसे पहली दुविधा इस बात को लेकर होती है कि संस्थान ब्रांड को चुनें या फिर अपना पसंदीदा कोर्स करें. कई बार छात्र संस्थान के बस नाम पर ही वहाँ एडमिशन ले लेते हैं, यह जाने बगैर की वहाँ उनके रूचि के अनुसार सही कोर्स उपलब्ध है भी या नहीं?
प्रतिष्ठित संस्थान की डिग्री आपको भीड़ से अलग कर देती है. लेकिन पूरी तरह से अपनी रुचि को नकारना भी ठीक नहीं है. तो हमेशा इस बात का ख़ास ध्यान रखें की जहाँ आप अपना एडमिशन ले रहे हैं वहाँ आपके रूचि से जुड़ी करियर विकल्प है भी या नहीं.
(2) पूरी रिसर्च करें-
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कुछ चीजों को पूरी तरह जाँच लें जैसे कि - संस्थान में एडमिशन का कट ऑफ, परसेंटाइल, संस्थान या स्कूल में छात्रों की संख्या और उनके बैकग्राउंड.
संस्थान/इंस्टिट्यूट की वेबसाइट के अलावा उसकी सोशल मीडिया प्रजेंस पर भी ध्यान दें, जहाँ से आपको पता चलेगा कि वहाँ के छात्र किन चीज़ों से खुश या नाख़ुश हैं. यदि हम बात करें कक्षा 10वीं तक के छात्रों की तो यह सारी बातें सुनिश्चित कर हम एक अच्छे स्कूल का चुनाव आसानी से कर सकते हैं. वहीँ अगर कक्षा 12वीं की बात की जाये तो इसके साथ-साथ स्टूडेंट कुछ और भी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान दें सकते हैं जैसे की- मौजूदा छात्रों और हाल ही में पास आउट हुए छात्रों से बातचीत ज़रूर करें, इसमें पूर्व छात्रों के टेस्टिमोनियल और इंटरनेट पर मौजूद स्टूडेंट फोरम बेहद मददगार होते हैं .
(3) स्कूल या संस्थान के चुनाव चयन में सिमित न रहें-
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सिर्फ एक – दो संस्थान या स्कूल को ही न देखें, आस पास के और भी अच्छे संस्थान के बारे में पता करें. जिनके बारे में आपको पता न हो उस संस्थानों के बारे में जाने. जिससे आपको पता चल जायेगा कि कौन सा स्कूल या संसथान आपके लिए अच्छा है. क्यूंकि सिर्फ एक-दो संस्थान या स्कूल देखने से ही आप अच्छे कॉलेज या स्कूल का चयन नहीं कर सकते हैं.
(4) स्कूल तथा संस्थान से मिलने वाले स्कॉलरशिप या स्टडी लोन –
अगर आपने स्कूल या संस्थान का चयन कर लिया है तो वहाँ दी जाने वाली स्कॉलरशिप के बारे में भी पता करें. क्यूंकि यह भी आपके एडमिशन में काफी हद तक सहायक रहता है, संस्थान में पढ़ाई के लिए मिलने वाले एजुकेशन लोन की जानकारी भी पता करें. ध्यान रखें कि एजुकेशन लोन सिर्फ उन्हीं संस्थानों को दिया जाता है जो मान्यता प्राप्त होते हैं .
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(5) कैंपस की सुविधाएँ-
बात चाहे अत्यासधुनिक लैब, विशाल कंप्यूटर सेंटर, लाइब्रेरी या फिर खेलकूद की सुविधाओं की हो इनका असर आपकी पढ़ाई के अनुभव पर भी पड़ता है. इसलिए एडमिशन से पहले इनके बारे में भी जानकारी प्राप्त कर लेना बेहतर रहता है. तो इन चीजों को भी सही तरीके से देख परख लें की आप जिस संस्थान में एडमिशन ले रहें हैं क्या वहाँ ये सुविधाएं उपलब्ध है.
(6) मान्यता प्राप्त स्कूल या संस्थान में एडमिशन लें-
यह एक बहुत महत्वपूर्ण बिंदु है कि किसी भी स्कूल या संस्थान के चुनाव करतें समय यह ज़रूर धयान दें कि वह संस्थान कहाँ से मान्यता प्राप्त है, या फिर मान्यता प्राप्त है भी या नहीं. सबसे पहले किसी भी संस्थान में एडमिशन लेने से पहले यह जरूर पता होना चाहिए कि वह किस यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है. पढ़ाई पूरी होने के बाद वहां से जो सर्टिफिकेट या डिग्री मिलेगी उसकी मान्यनता है या नहीं? इन बातों को खास तौर पर सुनिश्चित करने के बाद ही अपना एडमिशन उस संसथान में लें.
(7) फैकल्टी की विस्तृत जाँच करें-
किसी भी स्कूल में फैकल्टी एक मुख्य भूमिका निभाते हैं और योग्य शिक्षकों के बिना अकादमिक स्तर पर छात्रों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. कहने का साफ़ मतलब यह है कि चाहे स्कूल हो या कॉलेज फैकल्टी ही सबसे एहम भूमिका निभातें हैं, स्टूडेंट्स का पूरा भविष्य एक शिक्षित और अनुभवी फैकल्टी पर निर्भर करता है, तो पूरी तरह सुनिश्चित कर लें की संस्थान में फैकल्टी की क्या भूमिका है वह कितने शिक्षित और अनुभवी हैं .
निष्कर्ष- यदि अभिभावक इन बातों का ध्यान दें तो स्कूल या किसी भी संस्थान का सही चयन आसानी से कर सकतें हैं जो की आगे स्टूडेंट के लिए उनके करियर मार्ग में काफी सहायक और अच्छा साबित होता है.
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