गर आप भी पुलिस में कांस्टेबल बनना चाहते हैं तो इस समय ढेरों वेकेंसिया आपके लिए निकली है और इन सबमें आपके लिए महत्वपूर्ण है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस में कांस्टेबल भर्ती के लिए घोषित भारी रिक्तियाँ. इन पदों पर भर्ती के लिए एक तरफ जहाँ आपको लिखित परीक्षा से गुजरना है वही सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा होती है मेडिकल टेस्ट की जो कि किसी भी पुलिस भर्ती अभियान के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है. इस लेख के माध्यम से आपको बताई जायगी कि पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए क्या होती है मेडिकल टेस्ट और फिजिकल एंड्यूरेन्स टेस्ट और कैसे करेंगे इन्हें क्वालीफाई.
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इस बार होने वाले पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में अंकों के अतिरिक्त फिजिकल टेस्ट के मार्क्स भर्ती प्रक्रिया के अंतिम परिणाम पर कोई असर नहीं डालेंगें. इस नवीनतम निर्णय के पहले पुलिस भर्ती टेस्ट में कक्षा दसवीं तथा कक्षा बारहवीं के अंकों में शारीरिक परिक्षण के अंक जोड़े जाते थे परन्तु अब पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा के आधार पर भर्ती की जायेगी. सर्व प्रथम रिटेन टेस्ट के अंकों के आधार पर उम्मीदवारों की योग्यता सूची तैयार की जायेगी जिसके बाद शारीरिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा
यानी इस बार के पुलिस भर्ती परीक्षा में लिखित टेस्ट का जितना महत्त्व है उतना हीं महत्व शारीरिक टेस्ट का भी होगा. अतः कैंडिडेट्स के लिए पढाई के साथ साथ शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देना भी उतना हीं अनिवार्य है .
पुलिस विभाग में जॉब पाने के लिए सबसे पहले आपको उन मानकों पर खरा उतरना होता है जो इस डिपार्टमेंट द्वारा यहाँ के कर्मियों के लिए तय किए गए हैं. पुलिस विभाग में जॉब करने के इच्छुक महिला एवं पुरुष अभ्यर्थियों के लिए निम्नलिखित अलग-अलग मानकों पर फिट उतरना अनिवार्य है. (अलग अलग राज्यों में इन मानकों में विभिन्नता हो सकती है) -
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पुरुष अभ्यर्थी के लिए -
1. कद (पुरुष अभ्यर्थी के लिए)
सामान्य वर्ग/अन्य पिछड़ा वर्ग - पुलिस में भर्ती के लिए सामान्य वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों का कद 168 सेंटीमीटर से कम नहीं होना चाहिए.
अनुसूचित जनजाति - कम से कम 160 सेंटीमीटर अवश्य होना चाहिए.
2. सीना
सामान्य वर्ग/अन्य पिछड़ा वर्ग - कम से कम 79 सेंटीमीटर ( बिना फुलाए )
84 सेंटीमीटर (फुलाने के बाद)
अनुसूचित जनजाति - 77 सेंटीमीटर (बिना फुलाए), 82 सेंटीमीटर (फुलाने के बाद)
शारीरिक मानक टेस्ट पर खरा उतरने के लिए जिन अभ्यर्थियों का सीना कम हो उन्हें पुशअप और प्रोटीन रिच डाईट से सीना बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए.
- कद (महिला अभ्यर्थियों के लिए)
सामान्य वर्ग/अन्य पिछड़ा वर्ग- 152 सेंटीमीटर
अनुसूचित जनजाति - 147 सेंटीमीटर
इसके बाद बारी आती है शारीरिक दक्षता की. पुरुष एवं महिला अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता की जाँच के लिए अलग अलग मानक तय किए गए हैं जिन पर खरा उतरना उनके लिए अनिवार्य है.
आयु सीमा -
इस परीक्षा के लिए उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए.
पुलिस कांस्टेबल और कांस्टेबल पीएससी के लिए कैंडिडेट की आयु 22 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए
महिला कांस्टेबल के लिए आयु सीमा 18 से 25 वर्ष तय की गयी है, उम्र सीमा में छूट के लिए अधिसूचना को देखें.
पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए जरुरी जानकारी:
1. पहला टेस्ट अभ्यर्थी के घुटनों का होता है. घुटने आपस में सटने नहीं चाहिए , घुटनों के बीच गैप होना चाहिए
2. पैर फ़्लैट न हो. अंगूठों में हेलिक्स न हो. हड्डियों में कहीं असामान्यता नहीं हो .
3. पैर धनुषाकार न हो , जोड़ों में कहीं भी असामान्यता न हो .
4. छाती अन्दर धंसी न हों. उभरे और स्वस्थ मसल्स होने चाहिए.
5. अभ्यर्थी का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ अच्छा होना आवश्यक है.
6. अभ्यर्थी की सुनने की क्षमता अच्छी हो .
7. अभ्यर्थी की आँखें कलर के अंधेपन या कलर ब्लाईंडनेस से मुक्त हो. आँखें लाल हरा की पहचान करने में सक्षम हो.
8. अभ्यर्थी के आँखों की दूर दृष्टि और निकट दृष्टि सामान्य हो. यानि बिना चश्मे की दृष्टि क्षमता होनी चाहिए.
9. आँखे थोड़े से प्रकाश में हीं चकाचौंध न होती हो.
मेडिकल टेस्ट में कोई भी कमी होने पर कैंडिडेट चाहे किसी भी कैटेगरी का हो पुलिस भर्ती के लिए अयोग्य होता है.
इन मेडिकल टेस्ट में सफलता के लिए यह जरुरी है कि आप समय इन समस्याओं के लिए किसी एक्सपर्ट डॉक्टर से मिलकर फिर इनका इलाज कराएं ताकि मेडिकल टेस्ट देने के पहले आप इन विसंगतियों को दूर कर सकें.
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