BPSC ऐसा एक ऐसा संगठन है जो प्रशासनिक विभाग में विभिन्न नौकरियों की पेशकश करता है। BPSC के शीर्ष पदों में बिहार प्रशासनिक सेवा, बिहार पुलिस सेवा और बिहार वित्तीय सेवा शामिल है। उम्मीदवार हमेशा इस बात को लेकर उत्साहित रहते हैं कि चयन प्रक्रिया के बाद उन्हें कौन-सी पोस्ट ऑफर की जायेगी. इस लेख में, हम BPSC द्वारा दी जाने वाली सभी शीर्ष पोस्ट्स के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे-
BPSC द्वारा प्रदत्त शीर्ष पोस्ट्स
BPSC विभिन्न सरकारी विभागों से प्राप्त विभिन्न रिक्तियों पर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन कराती हैं. वे उम्मीदवार जो सरकारी नियमों के अनुसार योग्य हैं, इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसके बाद उन्हें स्क्रीनिंग टेस्ट, मैन्स परीक्षा और इंटरव्यू प्रक्रिया से गुजरना होता हैं तथा कमीशन परीक्षाओं का आयोजन कराने के बाद अंतिम मेरिट सूची को तैयार करता हैं जिसमें उम्मीदवारों को पोस्ट्स का आवंटन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाता हैं. BPSC द्वारा प्रदत्त कुछ शीर्ष पोस्ट्स का विवरण निम्नलिखित हैं-
Salary and Promotion of SDM in BPSC
बिहार प्रशासनिक सेवा
प्रशासनिक सेवा के अंतर्गत यह पद काफी जिम्मेदारियों से भरा है। इसके तहत, एक अधिकारी अपने कार्य-क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के लिए उत्तरदायी होता है और उन्हें रात में बुलाये जाने पर भी ड्यूटी पर जाना पड़ सकता है क्योंकि कभी कभी इस प्रकार की स्थिति सामने आ जाती है। यदि अधिकारी को किसी संवेदनशील क्षेत्र में नियुक्त किया जाता है तो उसे और अधिक सतर्कता से कार्य करना पड़ता हैं। यह एक बहुत ही डिमांडिंग नौकरियों मे से एक है। इस पद के तहत, उम्मीदवारों को राज्य में वरिष्ठ उप-कलेक्टर और सर्किल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाता है।
बिहार पुलिस सेवा
प्रशासनिक पदों के बाद दूसरा सबसे ज़िम्मेदारी वाला पद हैं- DSP, जो इस विभाग में प्रदत्त पदों में दूसरे स्थान पर है। इस पद के अंतर्गत, उम्मीदवारों को उप-पुलिस अधीक्षक (DSP) के रूप में नियुक्त किया जाता है, जिनके कार्य-क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की निगरानी करना आता है। वह राज्य में पुलिस विभाग की सुचारु कार्यप्रणाली को सुनिश्चित करता है। एक DSP अधिकारी हर समय अपनी ड्यूटी पर ही होता हैं क्योंकि उन्हें अपने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था के रखरखाव के लिए पूरी तरह उत्तरदायी माना जाता हैं।
बिहार वित्तीय सेवा
वित्त किसी भी राज्य की रीढ़ की हड्डी होता हैं और सरकार को इस बात की देख रेख करनी होती हैं कि वित्तीय मामलों में कहीं कोई अनियमितता न हों. अत: इस विभाग में ऑफिसर को अपने कर्तव्यों को बड़ी ही सावधानी से निभाने की आवश्यकता होती हैं. इस जॉब में आपको इसमें निर्णय लेने के अलावा अन्य कार्यों में भी अधिक सावधानी बरतनी होती हैं. इस पोस्ट के तहत, उम्मीदवार को व्यावसायिक टैक्स ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाता हैं और इन अफसरों को सरकार के लिए टैक्स इकट्ठा करने और सम्बंधित कार्यों की देख-रेख के लिए रखा जाता हैं.
Salary and Promotion of DSP in BPSC
उत्पाद निरीक्षक
एक राज्य किसी भी इंडस्ट्री से सम्बंधित कई प्रकार के उत्पादों का निर्माण भी करता हैं. अत: BPSC कई उत्पाद निरीक्षक अफसरों की नियुक्ति भी करता हैं जो कि राज्य के क़ानून क्षेत्र के अंतर्गत सभी उत्पादों और कच्चे माल से सम्बंधित सभी गतिविधियों की देख भाल करते हैं. इन अफसरों को अपने राज्य के तहत इन उत्पादों की निर्माण की गतिविधियों के साथ-साथ उच्च क्वालिटी को भी सुनिश्चित करना होता हैं. अत: इनको हर समय चौकन्ना रहना पड़ता हैं क्योंकि इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार की संभावनाएं सदैव बनी रहती हैं.
ग्रामीण विकास अधिकारी
प्रत्येक सरकार को अपने ग्रामीण क्षेत्रों की भी देखभाल करनी होती है क्योंकि विकास के मामले में कोई भी राज्य अपने ग्रामीण क्षेत्रों को पीछे नहीं छोड़ सकता है। BPSC, इसी उद्देश्य के लिए, कई अधिकारियों को ग्रामीण विकास अधिकारी के रूप में नियुक्त करता है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाया जा सके। एक अधिकारी का कार्य ग्रामीण लोगों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को लागू कराना होता हैं। यह नौकरी आपको ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने का अवसर प्रदान करती है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी
समाज के किसी भी तबके के सभी वर्णों के मध्य समानता बनाये रखने को सामाजिक न्याय कहा जाता हैं. इसी उद्देश्य के लिए, राज्य में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की नियुक्ति की जाती हैं, जिसका कार्य अपने क्षेत्र के अल्पसंख्यकों की गतिविधियों की देख-रेख करना होता हैं. यह अधिकारी अल्पसंख्यकों की बेहतरी और सरकार की योजनाओं को लागू कराने के लिए उत्तरदायी होता हैं. वह अपने क्षेत्र जागरूकता अभियान चलाने के लिए स्वतंत्र होता हैं जिसके माध्यम से लोग यह जान सकते हैं की सरकार की नयी योजनाओं से उन्हें क्या लाभ प्राप्त हो सकते हैं. यह अधिकारी समाज की मुख्यधारा में अल्पसंख्यकों की भागीदारी को भी सुनिश्चित करता है।
रोजगार अधिकारी
राज्य सरकार अपने क्षेत्र के लोगो के लिए पर्याप्त नौकरियों को भी उपलब्ध कराना चाहती हैं ताकि इन नौकरियों के माध्यम से लोगो की रोजाना की ज़िन्दगी सुचारू रूप से चलती रहें. अत: इस कार्य के लिए BPSC एक रोजगार अधिकारी की नियुक्ति करता हैं जो उस विभाग का नेतृत्व करता हैं जिसका कार्य उसके क्षेत्र में रोजगार से सम्बंधित सभी मामलों की देख-रेख रखना होता हैं. यह अधिकारी सभी डाटा को सरकार के साथ साझा करता हैं जो कि यह निरुपित करता हैं कि उसके क्षेत्र में कितने लोग बेरोजगार हैं. इससे राज्य में संसाधनों के वितरण हेतु उपयुक्त योजना बनाने में मदद मिलती हैं.
बिहार श्रम सेवा
एक राज्य में औद्योगिक व्यवस्था और विनिर्माण की इकाइयां होती हैं और राज्य के बहुत से लोग इन सेट-अपस में रोजाना काम करते हैं। इन लोगों के अधिकारों को विशेष कानून द्वारा संरक्षित किया जाता हैं। अत: BPSC, इस तरह के मामलों की देखभाल के लिए श्रम अधिकारियों की भर्ती करता है। ये अधिकारी अपील प्राधिकरण की तरह कार्य करते हैं जो लोगों की शिकायतों को सुनता है और उनका समाधान करता है। यह अधिकारी अपने क्षेत्र में श्रम कानूनों से संबंधित मामलों की योजना बनाने, उनके क्रियान्वयन और देखभाल के लिए उत्तरदायी होते हैं।
गन्ना अधिकारी
किसानों द्वारा खेतों में उगाई गयी सभी व्यावसायिक फसलों मे से एक गन्ने की खेती हैं. सरकार को इससे सम्बंधित सभी मुद्दों की देख रेख और उन्हें सुलझाने में मदद करनी होती हैं. एक गन्ना अधिकारी, गन्ना किसानों के लिए लागू की गयी सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार होता हैं। वह सरकारी एजेंसियों की MSP और अन्य संबंधित चीजों को खरीदने में मदद करता हैं और इसके साथ, वह गन्ना किसानों के मध्य संबंधित जागरूकता अभियानों का नेतृत्व भी करता हैं।
उपर्युक्त पदों को BPSC द्वारा आवंटित किया जाता है। अधिकारी कार्यालय के प्रमुख होते हैं और सभी संबंधित निर्णय ले सकते हैं। लगभग सभी पदों में पदोन्नति की संभावनायें होती है। इन पदों में वरिष्ठ स्तर तक जाने के अवसर उपलब्ध होते हैं और उम्मीदवारों को इन जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहना चाहिए।
उपर्युक्त सभी पोस्टस में एक अच्छा वेतन, भत्ते, सामाजिक औदा और प्रमुख जिम्मेदारियों निहित होती हैं। इन सभी पदों को चयनित उम्मीदवारों की अंतिम योग्यता सूची और चयन प्रक्रिया के समय किए गए चुनाव के आधार पर प्रदान किया जाता है। उम्मीदवार अपनी रुचियों के अनुसार पदों का चयन कर सकते हैं परन्तु अंतिम आवंटन आयोग द्वारा उम्मीदवार की योग्यता के आधार पर किया जाता है।