क्या आपको यह सही लगता है कि आप अपने सहकर्मियों से अपनी तुलना करें तथा उनकी उपलब्धियों को अपनी सफलता के मापदंड के रूप में मानें. यदि आप अपने साथ हमेशा ऐसा करते हैं, तो आपको सोचने की जरुरत है.ऐसा नहीं है कि आपको अपने इस ऑर्गेनाइजेशन में बहुत कम सैलरी मिल रही है या फिर आप अंडर परफॉर्मर हैं. लेकिन यदि आप हमेशा ऐसा ही सोंचते रहें तो आप निःसंदेह सेल्फ डाउट के शिकार हो सकते हैं. आज कल वर्क प्लेस पर सेल्फ डाउट की समस्या एक बहुत ही आम समस्या बन गयी है.
जब आप अपने किसी सहयोगी की प्रशंसा होते हुए या फिर उसे पुरस्कृत होते हुए देखते हैं तो आप यह सोचने लगते हैं कि कितने घंटे उसने काम किया है.अपने टारगेट और रिजल्ट को हासिल करने के लिए उसने कितना समय लिया आदि आदि. लेकिन ध्यान रखिये हर कोई किसी खेल को एक ही साथ नहीं जीत सकता है. यदि आप सेल्फ डाउट की समस्या से ऊपर उठ जाते हैं,तो आप बेशक अधिक प्रोडक्टिव होने के साथ साथ अपने वर्क प्लेस पर अधिक स्वस्थ्य और खुश रह पाएंगे. सेल्फ डाउट से बचने तथा इसके निराकरण के कुछ सहज उपाय नीचे दिए गए हैं जिस पर अमल करके आप इस समस्या से बड़ी आसानी से उबर सकते हैं.
1. खुद को जाने
अक्सर हम अपने ऊपर दूसरों द्वारा किये जाने वाले नकारत्मक टिप्पणियों के शिकार हो उनसे प्रभावित होते हैं. कोई हमें अपमानित करें हम अपने आप में आत्म दया के शिकार हो जाते हैं.यह आदत व्यक्ति को बहुत कमजोर बना देती है तथा स्वयं में सुधार का मौका भी नहीं देती है. इसलिए इससे पहले कि कोई आपकी खामियां निकाले या फिर आपकी शिकायत करे आप अपनी ताकत और कमजोरियों के विषय में बिलकुल सावधान हो जाएं. एक बार जब आप अपने कमजोरियों और ताकतों के विषय में सोचने लगेंगे तो आपके सामने कई बातें आएँगी. अपनी ऐसी गतिविधियों और रुचियों पर फोकस करें,जिसमें आपका व्यक्तित्व पूरी तरह से उभर कर सामने आता है.इसके अतिरिक्त अपनी कमियों को देखते हुए उसके निराकरण का उपाय भी सोंचे.
उदाहरण के लिए आप एक मैनेजर बनना चाहते हैं और इसके लिए अनुभव के साथ साथ मास्टर डिग्री का होना आवश्यक है,तो आप ऐसी स्थिति में अपनी नौकरी छोड़ने की बजाय दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रमों के तहत मास्टर प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. अपने आप को अच्छे पद तक पहुंचाने के लिए खुद जागरूक तथा प्रयत्नशील रहें.
2. अपने विचारों की शक्ति पर विश्वास करें
आप अपने बारे में क्या सोचते हैं ? इसके आधार पर ही आप अपने आप को दुनिया के सामने प्रस्तुत करते हैं. यदि आपमें आत्मसम्मान की कमी है तो लोग बड़ी आसानी से आपका मजाक उड़ायेंगे और आप उनसे कुछ भी नहीं कह पायेंगे और ना ही प्रतिशोध ले पाएंगे. लेकिन यदि आप आत्मसम्मान से लवरेज हैं,तो कोई भी आपकी क्षमताओं तथा कौशल पर सवाल नहीं उठाएगा. सेल्फ डाउट पर काबू पाने की शुरुआत अपने विचारों को समझने तथा उन पर विश्वास करने से करें. उदाहरण के लिए यदि आप एक डांसर बनना चाहते हैं और इसके लिए आपके अन्दर अदम्य इच्छा शक्ति है तथा आपने इस दिशा में प्रयास करना शुरू कर दिया तो आपको डांसर बनने से कोई नहीं रोक सकता.लेकिन यदि आप यह सोचने लगें कि इस व्यवसाय में अच्छा करियर है या नहीं, अच्छी इनकम होगी या नहीं तो आप कभी भी शीर्ष तक पहुँचने में सक्षम नहीं हो सकते हैं.
3. दूसरों की राय और धारणा को नजरंदाज करना सीखें
हो सकता है कि ज्यादातर लोग आपके निर्णय को गलत ठहराएं और सही होते हुए भी इर्ष्या के कारण आपको असफल बताएं. इससे हो सकता है कि आपके अन्दर निराशावादी विचार का उदय हो. इसलिए ऐसी आलोचनाओं और दूसरों की राय और धारणा को नजरंदाज करना सीखें. हमेशा अपने मन में यह विश्वास रखें कि असफलता सफलता की जननी होती है. जिसने असफलता का स्वाद चखा है वो जीतने का बेहतर तरीका भी जानता है.
4. अपने विचारों के अनुरूप काम करें
हो सकता है कि अतीत में आपने जो निर्णय लिए हों उसका कोई बहुत अच्छा परिणाम नहीं निकला हो इसकी वजह से आपके माता-पिता और मित्र आपको अभी भी अपरिपक्व ही मानते हों. इन सभी का लगभग यही मानना हो कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय से भविष्य खतरे में पड़ सकता है. लेकिन आप इस पर बिलकुल गौर नहीं करें और अपने निर्णय पर अडिग रहते हुए सही दिशा में सार्थक प्रयास करें.सफलता अवश्य मिलेगी इसमें कोई दो राय नहीं है. अपनी असफलताओं से सीख लेते हुए पहले की हुई गलतियों को पुनः न दुहराने का संकल्प लें.
5. अपने गट फीलिंग को हमेशा वरीयता दें
कुछ नया करने की प्रेरणा देने वाली अपनी गट फीलिंग को हमेशा वरीयता दें. इससे सफलता प्राप्त करने तथा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में बहुत मदद मिलती है. इस फीलिंग से किये जाने वाले कार्य के अंजाम शायद ही नकारात्मक होते हैं. इससे सेल्फ डाउट पर बड़ी आसानी से काबू पाया जा सकता है.
6. नकारात्मक सोंच से अपने आप को दूर रखें
करियर में सफलता प्राप्ति का मूल मन्त्र अपने आप को नकारात्मक सोंच से दूर रखना है. जब भी आप अपने करियर या किसी लक्ष्य के बारे में सोंचते हैं,तो अपने आस पास कभी भी नकारात्मक विचारों को फटकने नहीं दें. हमेशा अच्छा सोंचे. इससे सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है जो आपमें सेल्फ कांफिडेंस पैदा करता है. कभी भी ऐसा नहीं सोंचे की मैं अमुक काम नहीं कर सकता. आप यही सोंचे कि मेरे जैसे ही लोग हर जगह सफलता प्राप्त करते हैं. ऐसा सोचते ही आपका नजरिया बदलने लगेगा और आप धीरे धीरे सफल होते जायेंगे. इतना ही नहीं इससे आप सेल्फ डाउट को भी दूर करने में कामयाब होंगे.
सेल्फ डाउट को दूर करने में उपयुक्त 6 फॉर्मूला निःसंदेह बहुत कारगर सिद्ध होंगे. अब हमें यकीन है कि इनसे सीख लेकर लोग अपने जीवन में पीछे न देखकर एक अदम्य उत्साह के साथ अपने निर्धारित लक्ष्य की दिशा में कार्य करते हुए अवश्य ही सफलता के शिखर चूमेंगे.
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