ऐसे इंजीनियरिंग उमीदवार जिन्होंने 8, 15 एवं 16 अप्रैल को JEE Main की ऑफलाइन या ऑनलाइन परीक्षा दी है उन सभी को इस वक्त जो प्रश्न दिन-रात परेशान कर रहा है वह है “JEE Main 2018 के रिजल्ट के बाद क्या करें?”. इस प्रश्न का उत्तर उनके JEE Main 2018 के स्कोर कार्ड और परीक्षा में उनके द्वारा हासिल की गयी रैंकिंग पर निर्भर करता है. JEE Main 2018 के रिजल्ट के बाद उम्मीदवारों के साथ दो सिनेरियो हो सकते है, या तो वो JEE Main 2018 में सेलेक्ट होंगे या नहीं होंगे. आज हम इस लेख में विद्यार्थियों को इन्हीं दो सिनेरियो के बारे में विस्तार से समझाएंगे.
सिनेरियो 1:
यदि कोई विद्यार्थी JEE Main 2018 में सेलेक्ट हो जाता है, तो उसके पास दो विकल्प हो सकते हैं.
1. यदि वह JEE Main 2018 की परीक्षा में टॉप 224000 विद्यार्थियों में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो जाता है, तो वह JEE Advanced 2018 की परीक्षा दे सकता है. विद्यार्थी JEE Advanced की परीक्षा के लिए अपनी तैयारी को और बहतर बनाने के लिए विषय विशेषज्ञों, अध्यापकों और पिछले सालों में JEE Advanced में टॉप करने वाले विद्यार्थियों से टिप्स ले सकते हैं. JEE Advanced ही एक ऐसी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है जिससे कोई भी विद्यार्थी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में दाखिला ले सकता है. इसलिए सभी इंजीनियरिंग उमीदवारों के लिए JEE Advanced की परीक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है.
आप भी ला सकते हैं JEE Advanced में अच्छी रैंक, अगर JEE Main 2018 की परीक्षा के बाद करते हैं यह काम
2. कभी-कभी विद्यार्थियों द्वारा JEE Advanced की परीक्षा में अच्छे मार्क्स नहीं लाने के कारण उनका दाखिला IITs में नहीं हो पाता. ऐसा होने पर विद्यार्थियों को निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि उनके पास तब भी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs), भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIITs) और केंद्र-पोषित तकनीकी संस्थाओं में JEE Main 2018 की रैंकिंग के आधार पर दाखिला लेने का विकल्प होगा.
सिनेरियो 2:
यदि किसी कारणवश विद्यार्थियों का लगता है कि JEE Main 2018 में उनका सिलेक्शन होना मुमकिन नहीं है, तो वे नीचे दिए गये दो विकल्पों में से किसी भी एक विकल्प को अपना सकते हैं
1. किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा देने के बाद ही अपने सफल और असफल होने के बारे में पता लग जाता है. अधिकतर विद्यार्थी JEE Main की परीक्षा देते समय किसी प्रश्न को हल करने के बाद प्रश्न पत्र पर सही विकल्प मार्क कर लेते हैं. JEE Main 2018 की परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र पर उनके द्वारा मार्क किए गये विकल्पों को विभिन्न प्रसिद्ध IIT JEE कोचिंग संस्थानों की उत्तर कुंजी से मिला कर अपने मार्क्स का अंदाजा लगा लेना चाहिए. कोचिंग संस्थानों में JEE Main का प्रश्न पत्र विषय विशेषज्ञों द्वारा हल किया जाता है इसलिए इसमें त्रुटी होने का बहुत ही कम चांस होता है.
अगर विद्यार्थियों को लगता है कि JEE Main 2018 में उनका सिलेक्शन नहीं होगा तो उन्हें अन्य इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं जैसे UPSEE, WBJEE, SRMJEEE, VITEEE इत्यादि की तैयारी करनी चाहिए और परीक्षा में अच्छी रैंक लाने का हर संभव प्रयास नहीं करना चाहिए.
2. विद्यार्थी JEE Main की परीक्षा 3 बार और JEE Advanced की परीक्षा 2 बार दे सकते हैं. इसलिए जिन विद्यार्थियों का JEE Main में पहला अटेम्पट है वो 1 साल का ड्राप कर सकते हैं और अगले वर्ष होने वाली JEE Main की परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं. किन्तु अगर किसी विद्यार्थी का JEE Main 2018 के लिए अंतिम अटेम्पट है और उसे लगता है कि उसका सिलेक्शन नहीं होगा तो उसे UPSEE, WBJEE, SRMJEEE, VITEEE इत्यादि इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में अच्छी रैंक हासिल कर अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लेना चाहिए.
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निष्कर्ष:
विद्यार्थियों के प्रश्न “JEE Main 2018 के रिजल्ट के बाद उनको क्या करना चाहिए?” इसका सही उत्तर विद्यार्थियों को JEE Main 2018 के रिजल्ट के आने के बाद ही पता चल सकता है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा JEE Main 2018 की परीक्षा का रिजल्ट JEE Main की आधिकारिक वेबसाइट अर्थात् jeemain.nic.in पर 30 अप्रैल को घोषित होगा.
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