युवा कवि, लेखक और टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव का चयन वर्ष 2014 के 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' हेतु किया गया. इसकी घोषणा 17 मार्च 2015 को भोपाल में की गई. 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' पाने वालों में आलोक श्रीवास्तव सबसे कम उम्र के रचनाकार हैं.
आलोक श्रीवास्तव से संबंधित मुख्य तथ्य
• आलोक श्रीवास्तव हिंदी ग़ज़लकार, कथालेखक और टीवी पत्रकार हैं.
• हिंदी में एमए आलोक श्रीवास्तव का जन्म मध्यप्रदेश के शाजापुर में 30 दिसम्बर 1971 को हुआ.
• वर्ष 2007 में ‘राजकमल प्रकाशन' दिल्ली से आलोक श्रीवास्तव का पहला ग़ज़ल-संग्रह ‘आमीन’ प्रकाशित हुआ.
• ‘आमीन’ मानवीय-मूल्यों और इंसानी-रिश्तों के मर्म को समझाती कविताओं का एक ग़ज़ल-संग्रह है.
• ‘आमीन’ के बाद से ही आलोक अपने समकालीनों में ‘रिश्तों का कवि' कहे जाने लगे.
• मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के दुष्यंत कुमार पुरस्कार और रूस के अंतरराष्ट्रीय पुश्किन सम्मान से इन्हें सम्मानित किया गया.
• उर्दू के अनेक शायरों की पुस्तकों का हिंदी में संपादन कर चुके आलोक श्रीवास्तव मासिक-पत्रिका ‘अक्षर पर्व’ की साहित्यिक-वार्षिकी वर्ष 2000 और 2002 के अतिथि संपादक भी रहे.
• इंडिया टुडे और हिंदी आउटलुक के लिए स्वतंत्र रूप से फ़ीचर पत्रकारिता करने के बाद वह बतौर सीनियर सब एडिटर दैनिक भास्कर के साप्ताहिक ‘रसरंग’ और ‘मधुरिमा’ की टीम में रहे.
• आलोक श्रीवास्तव ने टीवी पत्रकारिता की शुरुआत 2005 में इंडिया टीवी से की.
• आलोक श्रीवास्तव भारतवर्ष के अतिरिक्त अमेरिका, इंग्लैड, रूस, यूएई और कुवैत सहित अनेक देशों के मंचों पर कविता-पाठ कर चुके हैं.
• सितार वादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर के एलबम ट्रैवलर में भी आलोक के गीत शामिल किए गए हैं. जिसे ग्रैमी अवॉर्ड में नामांकित किया गया.
'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण'
राष्ट्रीय स्तर पर 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' की स्थापाना वर्ष 1998 में की गई थी. 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' प्रतिवर्ष दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय, भोपाल की ओर से दिया जाता है.
प्रथम 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' शायर अदम गोंडवी को दिया गया था. इनके आलावा डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी, लीलाधर मंडलोई, निदा फाज़ली, अशोक चक्रधर, चित्रा मुद्गल, राजेश जोशी, मृणाल पाण्डेय और मृदुला गर्ग भी इस पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं.
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