भारत एवं यूनान के बीच नवीकरणीय ऊर्जा और हवाई सेवा क्षेत्र में सहयोग हेतु 27 नवंबर 2017 को एक समझौता संपन्न हुआ. भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज और उनके यूनानी समकक्ष निकोस गोटज़ियास के बीच इस समझौते पर नई दिल्ली में हस्ताक्षर हुए.
उपरोक्त के साथ ही साथ यूनान के विदेश मंत्री निकोस कोट्जियास एवं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच द्विपक्षीय संबंधों तथा साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ. इस अवसर पर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में विस्तार के मार्गों तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया.
दोनों देशों के विदेशमंत्रियों के बीच नवीकरणीय ऊर्जा और हवाई सेवा के क्षेत्र में यह समझौता ऐसे स्थिति में हुआ है कि भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2022 तक 175 गेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य बनाया है जिसमें 100 गेगावाट सौर ऊर्जा तथा 75 गेगावाट वायु ऊर्जा शामिल होगी. मोदी सरकार की ओर से की गयी घोषणा के आधार पर वर्ष 2022 तक देश में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन की क्षमता वर्तमान समय से दो गुना पहुंचेगी और यदि सरकार इस योजना में सफल हो जाती है तो भारत पहली बार नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में यूरोप से आगे होगा.
विदित हो कि यूनान के विदेश मंत्री निकोस कोट्जियास 25 नवंबर से 28 नवंबर तक भारत की यात्रा पर आए हैं. उनके साथ एक बड़ा आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation