बांग्लादेश और भूटान ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए 6 दिसंबर, 2020 को अपने पहले तरजीही व्यापार समझौते (परेफरेंशल ट्रेड एग्रीमेंट - PTA) पर हस्ताक्षर किए हैं.
बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी और भूटान के आर्थिक मामलों के मंत्री ल्योनपो लोकनाथ शर्मा ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ढाका से और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग थिम्पू से, अपने आधिकारिक आवासों से इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
महत्व
बांग्लादेश-भूटान तरजीही व्यापार समझौता ऐसे समय में हुआ है जब ये दोनों दक्षिण-एशियाई देश अपने राजनयिक संबंधों की 50 वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं. भूटान ने 6 दिसंबर, 1971 को बांग्लादेश की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी, तब यह दुनिया में बांग्लादेश को एक संप्रभु राष्ट्र के तौर पर स्वीकार करने वाला पहला देश बन गया था.
मुख्य विशेषताएं
- इस तरजीही व्यापार समझौते से इन दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए महत्त्वपूर्ण योगदान की उम्मीद जताई जा रही है.
- इस समझौते के तहत, बांग्लादेश के 100 उत्पादों और भूटान के 34 उत्पादों को एक-दूसरे के बाजारों में शुल्क-मुक्त प्रवेश मिलेगा.
- बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन ने इस समझौते को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय बताया और दोनों पक्षों के व्यापारियों से इस समझौते का लाभ उठाने का आग्रह किया.
- मोमन ने यह भी कहा कि, यह समझौता दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापार संबंधों के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, शिपिंग, सूचना प्रौद्योगिकी और कृषि सहित अन्य कई क्षेत्रों में सहयोग की संभावना को बढ़ाता है.
- इस समझौते से बांग्लादेश और भूटान के बीच आपसी संबंधों के और अधिक मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है.
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने बांग्लादेश में बिताये अपने आठ वर्षों को याद किया और इस देश को अपना दूसरा घर कहा. शेरिंग ने कहा कि, भूटान ढाका के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने भी यह कहा कि, भूटान सभी बांग्लादेशियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है.
पृष्ठभूमि
वित्तीय वर्ष वर्ष, 2008-09 में बांग्लादेश और भूटान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 12.77 मिलियन डॉलर था जोकि वर्ष, 2018-19 में बढ़कर 49.65 मिलियन डॉलर हो गया.
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