राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा फरवरी 2017 के अंतिम सप्ताह ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) पर भारतीय बाघ अभयारण्यों पर पांच वर्षों के लिए प्रतिबन्ध लगाए जाने की घोषणा की. साथ ही बीबीसी के पत्रकार जस्टिन रॉलेट पर भी पांच वर्ष का प्रतिबन्ध लगाया गया.
एक राष्ट्रीय दैनिक पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रतिबन्ध बीबीसी द्वारा डाक्यूमेंट्री, ‘वन वर्ल्ड: किलिंग फॉर कंजर्वेशन’ द्वारा भारत के काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में गैंडे की सुरक्षा पर सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर प्रश्न उठाया गया था.
एनटीसीए ने सभी राष्ट्रीय बाघ अभयारण्यों के मुख्य अधिकारियों को बीबीसी पर प्रतिबन्ध लगाए जाने का आदेश जारी किया.
जस्टिन रॉलेट द्वारा बनाई गयी फिल्म उस समय चर्चा में आई जब पर्यावरण मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जताई. इस डाक्यूमेंट्री द्वारा रॉलेट ने दावा किया कि काज़ीरंगा में सुरक्षाकर्मियों को किसी पर गैंडे का शिकार करने के शक में गोली मारने का अधिकार है. डाक्यूमेंट्री में कहा गया कि देखते ही गोली मारने के इस अधिकार के कारण सुरक्षाकर्मियों द्वारा अब तक 23 लोग मारे जा चुके हैं.
यह डाक्यूमेंट्री 11 फरवरी 2017 प्रसारित की गयी. इस नोटिस के अनुसार यदि बीबीसी ने अपने सभी चैनलों से यह डाक्यूमेंट्री नहीं हटाई तो उसे भविष्य में किसी भी तरह का लाइसेंस नहीं दिया जायेगा.
एनटीसीए ने 27 फरवरी 2017 को इस संबंध में नोटिस जारी करते हुए कहा कि बीबीसी द्वारा अनिवार्य पूर्वावलोकन के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय डाक्यूमेंट्री नहीं दिखाई गयी.
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