कोरोना वायरस का कहर पूरे देश में जारी है. हर दिन मरीजों की संख्या में इजाफे का नया रिकॉर्ड बन रहा है. कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में बढ़ता ही जा रहा है. बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के लोगों को इसकी वैक्सीन का इंतजार है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और भारत बायोटेक ने मिलकर कोरोना की वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxin) तैयार कर ली है, जिसका कोड नाम BBV152 रखा गया है. इस वैक्सीन को 15 अगस्त तक लॉन्च किया जा सकता है. बहरहाल, इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल यानी इंसानी परीक्षण शुरू हो चुका है.
यदि सारे परीक्षण सही रहते हैं तो कोरोना वायरस के खिलाफ असर दिखाने वाली यह भारत की पहली कोरोना वैक्सीन होगी. आइसीएमआर और भारत बायोटेक की साझेदारी से तैयार इस वैक्सीन का जानवरों पर परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा है.
कोरोना की 140 वैक्सीन पर काम जारी
आइसीएमआर ने ट्रायल के लिए चुने सभी संस्थाओं को तय समय सीमा के भीतर इसके अनुपालन का सख्त निर्देश दिया है. वैसे तो पूरी दुनिया में कोरोना की 140 वैक्सीन पर काम हो रहा है जो ट्रायल के विभिन्न फेज में है. इनमें ब्रिटेन के आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और अमेरिकी कंपनी मोडेरना की वैक्सीन को दौ़ड़ में सबसे आगे माना जा रहा है. दोनों ही वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के तीसरे चरण में हैं.
पहले चरण का ट्रायल शुरू
आईसीएमआर की मदद से भारत बायोटेक ने देश की पहली कोरोना वैक्सीन Covaxin तैयार की है. कंपनी ने आईसीएमआर के साथ मिलकर इस वैक्सीन का इंसानों पर पहले चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है. इसमें 14 जगहों के करीब 1500 वॉलेंटियर्स यानी स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग अब निर्णायक दौर में है. उन्होंने कहा है कि पिछले कई महीनों से कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए जारी प्रयास के सकारात्मक संदेश मिलने लगे हैं. डॉक्टर हर्षवर्धन ने दावा किया है कि हम जल्द ही इस महामारी पर पूरी तरह जीत प्राप्त कर लेंगे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation