मेक्सिको ने बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस को देश में शरण दी है. उन्होंने चुनाव नतीजों में गड़बड़ी के आरोपों के बाद सेना और जनता के बढ़ते दबाव के बीच 10 नवंबर 2019 को इस्तीफा दे दिया था. मेक्सिको सरकार ने कहा कि शरण मानवीय आधार पर दिया गया है, क्योंकि बोलीविया में इवो मोरालेस की जान को खतरा था.
विवादास्पद राष्ट्रपति चुनाव के बाद अपने विरुद्ध जबरदस्त विरोध के कारण इवो मोरालेस को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा था. उन्होंने मेक्सिको की वायुसेना के विमान से बोलीविया छोड़ दिया. मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रे मैनुएल लोपेज ओबराडोर ने भी इस्तीफा देने का निर्णय के लिए उनका समर्थन किया. उन्होंने कहा की मोरालेस के इस साहसिक कदम से बोलीविया की जनता पर से संकट टल गया.
बोलिविया में राजनीतिक संकट क्या है?
• ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेट्स (ओएएस) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 20 अक्टूबर को हुए चुनाव में भारी गड़बडि़यां मिली हैं. इसलिए देश में एक नया चुनाव होना चाहिए.
• मोरालेस इसके लिए सहमति व्यक्त की, लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर सेना प्रमुख जनरल विलियम्स कलीमन ने स्पष्ट कर दिया कि यह पर्याप्त नहीं होगा. उनकी घोषणा के बाद, देश में भारी बवाल शुरू हो गया था.
• इस घोषणा के बाद, मोरालेस के समर्थकों और उनके प्रतिद्वंद्वियों के बीच झड़पें हुई थीं जिनमें कई लोग मारे गये और 100 से अधिक घायल हो गये. इवो मोरालेस सबसे पहले साल 2006 में चुने गए थे.
• इसके तुरंत बाद, इवो मोरालेस ने टेलीविजन प्रसारण के माध्यम से अपने इस्तीफे की घोषणा की.
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इवो मोरालेस के बारे में
• मोरालेस बोलीविया की मूल निवासी आबादी के राष्ट्रपति बनने वाले पहले सदस्य थे. वे 13 साल 09 महीने तक सत्ता में रहे जो देश के इतिहास में सबसे बड़ा कार्यकाल है.
• उन्होंने पिछले महीने बोलीविया में जो चुनाव हुए थे उनमें चौथी बार जीतने का दावा किया था.
• वे पहली बार साल 2006 में चुने गए थे. वे दक्षिण अमेरिका के गरीब देश को आर्थिक विकास के रास्ते पर ले गए थे.
• उन्होंने सड़कों को पक्का करने, बोलीविया के पहले उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजने तथा महंगाई पर लगाम लगाने जैसे महत्वपूर्ण काम किये.
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