केंद्र सरकार ने 2016 के लिये प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कारों की घोषणा की. यह पुरस्कार विभागीय उपक्रमों, लोक उपक्रमों तथा निजी क्षेत्र की इकाइयों के 50 श्रमिकों को दिया जाएगा.
मुख्य तथ्य:
- इस साल कुल 32 श्रम पुरस्कार दिये जाएंगे लेकिन यह पुरस्कार पाने वाले कर्मचारियों की संख्या 50 हैं. इसमें तीन महिलाएं शामिल हैं.
- यह पुरस्कार 34 सार्वजनिक क्षेत्र से तथा 16 निजी क्षेत्र के श्रमिकों को मिला है.
श्रम पुरस्कार:
श्रम पुरस्कारों की चार श्रेणियां हैं: श्रम रत्न पुरस्कार, श्रम भूषण पुरस्कार, श्रम वीर या श्रम वीरांगना और श्रम श्री या श्रम देवी पुरस्कार.
श्रम रत्न पुरस्कार:
इस वर्ष प्रतिष्ठित श्रम रत्न पुरस्कार के लिये कोई नामांकन उपयुक्त नहीं पाये गये.
श्रम भूषण पुरस्कार:
सेल, भेल तथा टाटा स्टील के 12 श्रमिकों को श्रम भूषण से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है. इसके तहत एक लाख रुपये नकद और सनद दिया जाता है.
श्रम वीर या श्रम वीरांगना पुरस्कार:
नैवल डाकयार्ड, आर्डिनेंस फैक्टरी, राष्ट्रीय इस्पात निगम, टाटा स्टील, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, पारादीप फास्फेट लि., ब्रह्मोस एयरोस्पेस के 18 श्रमिकों को श्रम वीर या श्रम वीरांगना पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है. इसके तहत 60,000 रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाणपत्र दिया जाता है.
श्रम श्री या श्रम देवी पुरस्कार:
सीमेंट कॉर्पोरेशन आफ इंडिया, नैवल शिप रिपेयर यार्ड, टाटा मोटर्स, सुरत लिग्नाइट पावर प्लांट, लार्सन एंड टूब्रो लाइसफ आदि के 20 श्रमिकों को दिए जाने की घोषणा की गई है. इसके तहत 40,000 रुपये तथा प्रमाण पत्र प्रदान किए जाते हैं.
पृष्ठभूमि:
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय हर साल प्रधानमंत्री श्रम अवार्ड की घोषणा करता है. ये पुरस्कार श्रमिकों के बेहतर कार्य, अनूठी क्षमता, उत्पादकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान आदि के लिये दिये जाते हैं.
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