ब्रिटेन 20 वर्ष के अंतराल के बाद अप्रैल 2018 में द्विवाषिर्क राष्ट्रमण्डल सरकार प्रमुखों (चोगम) की मेजबानी करेगा. इस दौरान समूह के 52 सदस्य राष्ट्र उसके समक्ष अवसरों और चुनौतियों के बारे में साझा रूख तय करेंगे.
इस शिखर सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के नेता भाग लेंगे. इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी भाग लेने की संभावना है. सम्मेलन के आयोजन स्थल के तौर पर पहली बार महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का आधिकारिक आवास बकिंगम पैलेस और विंडसर कैसल का चयन किया गया है.
इससे पहले ब्रिटेन ने वर्ष 1997 में चोगम की मेजबानी की थी. वर्ष 2018 चोगम में ब्रिटेन समूह के प्रमुख की जिम्मेदारी लेगा और वह इस समूह का वर्ष 2020 तक प्रमुख रहेगा.
चोगम से संबंधित मुख्य तथ्य:
चोगम शिखर सम्मेलन राष्ट्रमंडल देशों के नेतृत्वकर्ताओं का सम्मेलन है जिसमें नेतृत्वकर्ता वैश्विक तथा राष्ट्रमंडल मुद्दों पर चर्चा करने हेतु एक मंच पर इकट्ठे होते हैं. ये सामूहिक नीतियों तथा पहल के बारे में फैसला करने हेतु सक्षम करने के लिए आयोजित किया जाता है.
चोगम शिखर सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से मेजबान देश तथा राष्ट्रमंडल सचिवालय द्वारा किया जाता है.
चोगम शिखर सम्मेलन प्रत्येक दो साल में आयोजित किया जाता है. राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के पहला सम्मेलन का आयोजन वर्ष 1971 में सिंगापुर में किया गया था.
जबकि भारत में वर्ष 1983 में राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के 7वें सम्मेलन का आयोजन किया गया था. चोगम शिखर सम्मेलन वर्ष 2011 में पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था.
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