कोलंबिया की सरकार और फार्क विद्रोहियों ने 25 अगस्त 2016 को शांति समझौता पर हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही करीब पांच दशक से चला आ रहा संघर्ष खत्म हो जाएगा. जून 2016 में दोनों पक्ष संघर्ष को खत्म करने पर रजामंद हुए थे.
समझौते के तहत फार्क अपनी हथियारबंद लड़ाई बंद कर देगा और कानूनी प्रक्रिया में शामिल होगा.
कोलंबिया के इस संघर्ष में दो लाख से ज़्यादा लोगों की जान गई है जबकि 10 लाख से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए हैं.
हालांकि शांति समझौते पर अभी देश की जनता ही आखिरी मुहर लगाएगी और ये काम जनमत संग्रह के जरिए इस अक्टूबर 2016 तक होगा.
वामपंथी गोरिल्ला गुट साल 1964 से ही संघर्ष में जुटा था और इसे लातिन अमरीका की सबसे पुरानी लड़ाइयों में गिना जाता है.
पृष्ठभूमि
यह शांति समझौता दोनों पक्षों द्वारा जून 2016 में द्विपक्षीय हस्ताक्षर किये जाने के बाद सामने आया. पिछले चार वर्षों में शांति वार्ताकार छह क्षेत्रों में समझौता करवाने में सफल रहे हैं. यह क्षेत्र हैं – भूमि सुधार, पूर्व विद्रोहियों की राजनीतिक भागीदारी, संघर्ष पीड़ितों के लिए न्याय, नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई, निरस्त्रीकरण तथा समझौते का कार्यान्वयन एवं निगरानी.
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