दिल्ली सरकार ने हाल ही में बड़ा फैसला लेते हुए घर-घर राशन योजना' को मंजूरी दे दी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 21 जुलाई 2020 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी. देशभर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. दिल्ली भी कोरोना से काफी बूरी तरह जूझ रही है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कहा कि गरीबों को राशन लेने में बहुत परेशानी होती है. दिल्ली कैबिनेट ने गरीब लोगों के हक को दिलाने के लिए मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना को मंजूरी दी है. अब सरकार लोगों को उनके घर पर राशन पहुंचाएगी. इस योजना के लागू हो जाने से अब लोगों को राशन की दुकान पर नहीं आना होगा.
दुकान से भी ले सकते है राशन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो राशन कार्ड धारक इस योजना में शामिल नहीं होना चाहेंगे और दुकान से ही राशन लेना चाहेंगे तो उन्हें वह अधिकार रहेगा.
आज कैबिनेट ने “मुख्यमंत्री घर घर राशन योजना” पारित की। इसके लागू होने पर लोगों के घर राशन भिजवाया जाएगा, उन्हें राशन की दुकान पर नहीं आना पड़ेगा। ये बहुत ही क्रांतिकारी कदम है। वर्षों से हमारा सपना था कि गरीब को इज़्ज़त से राशन मिले, आज वो सपना पूरा हुआ। https://t.co/urxJR5Y3IF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 21, 2020
गेहूं की जगह आटा दिया जाएगा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि घर-घर राशन पहुंचाने के लिए गेहूं की जगह आटा दिया जाएगा. मुख्यमंत्री के अनुसार, जिस दिन दिल्ली में राशन की होम डिलीवरी शुरू होगी उसी दिन केंद्र सरकार की वन नेशन वन राशन कार्ड की योजना दिल्ली में लागू कर दी जाएगी. अगले छह से सात महीने में होम डिलीवरी राशन की शुरू हो जाएगी.
यह योजना क्यों शुरू की जा रही है?
इस फैसले की जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि पूरे देश में हर सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर अपने राज्य के गरीब लोगों को राशन बांटती है. जब से देश में राशन बंटना शुरू हुआ तब से गरीब लोगों को राशन लेने में बहुत दिक्कत आ रही है. कभी दुकान बंद मिलती है तो कभी मिलावट मिलती है तो कभी पैसा ज्यादा ले लेते हैं.
लोगों को राशन की दुकान पर नहीं आना पड़ेगा
इस योजना के तहत अब लोगों को राशन की दुकान पर नहीं आना पड़ेगा बल्कि राशन लोगों के घर इज्जत से पहुंचाया जाएगा. एफसीआई के गोदाम से गेहूं उठाया जाएगा, आटा पिसवाया जाएगा, चावल और चीनी आदि की भी पैकिंग की जाएगी और लोगों को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा.
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