विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया के 42 देशों से डेल्टा कोविड सबवेरिएंट AY.4.2 के 26,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिन्हें मूल डेल्टा की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक संक्रमणीय माना जाता है.
AY.4.2, डेल्टा वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न के भीतर एक नया नामित पैंगो वंश है, जिसमें स्पाइक प्रोटीन में दो सहित तीन अतिरिक्त उत्परिवर्तन हैं और जिनके नाम हैं: A222V और Y145H.
भारत में AY.4.2 किस्म की मौजूदा स्थिति
भारत में कोविड-19 वायरस के AY.4.2 किस्म के कुल 17 नमूनों की भी पहचान की गई है. GISAID पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इसमें आंध्र प्रदेश में 07, केरल में 04, तेलंगाना और कर्नाटक में 02-02 और महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में 01-01 मामला शामिल हैं.
विश्व भर में कोविड की AY.4.2 किस्म के बारे में WHO ने दिए ये अपडेट्स
इन अनुक्रमों में से अधिकांश (93 प्रतिशत) यूके से रिपोर्ट किए गए थे, जहां AY.4.2 के आनुपातिक योगदान में क्रमिक वृद्धि देखी गई है; WHO ने यह कहा है कि, 03 अक्टूबर से शुरू होने वाले सप्ताह में रिपोर्ट किए गए कुल डेल्टा मामलों का यह अनुमानित 5.9 प्रतिशत है.
WHO ने यह उल्लेख किया है कि, "महामारी विज्ञान और प्रयोगशाला अध्ययन यह आकलन करने का प्रयास कर रहे हैं कि, क्या AY.4.2 कोई अतिरिक्त फेनोटाइपिक (उदाहरण के लिए संक्रमण में परिवर्तन या वायरस को अवरुद्ध करने के लिए एंटीबॉडी की क्षमता में कमी) प्रभाव प्रदान करता है."
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AY.4.2 के अनुपात में "क्रमिक वृद्धि" ब्रिटेन में देखी गई है क्योंकि इस नए वैरिएंट का, पिछले महीने के केवल 5 प्रतिशत मामलों की तुलना में, सभी नए मामलों का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा है.
कोविड की AY.4.2 किस्म के बारे में जारी रिपोर्ट्स सहित अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल रिपोर्ट की एक अलग जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट में, इंदौर में AY.4.2 के 07 मामलों का पता लगाया गया है. NCDC की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, इस उप-वंश AY.4 ने सितंबर माह में इंदौर में कोविड के मामलों में वृद्धि की थी.
AY.4.2 के कोविड मामलों वाले अन्य देशों में पोलैंड, जर्मनी और नीदरलैंड शामिल हैं.
डेली मेल की हाल ही की एक रिपोर्ट के अनुसार, नवीनतम निगरानी आंकड़ों के अनुसार, पोलैंड में AY.4.2 सभी कोविड मामलों का लगभग 16 प्रतिशत है.
वैज्ञानिकों का यह कहना है कि, यह अभी भी 'अस्पष्ट' है कि क्या AY.4.2 वास्तव में अधिक पारगम्य है क्योंकि इसके उत्परिवर्तन के बारे में अभी बहुत कम जानकारी है.
जबकि AY.4.2 को अभी आधिकारिक तौर पर नामित नहीं किया गया है, इसे जल्द ही ग्रीक वर्णमाला प्रणाली के तहत कोविड वायरस के नए उपभेदों के नामकरण के लिए 'Nu' वैरिएंट कहा जा सकता है.
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