मिस्र ने उग्रवादी संगठन हमास के साथ तनाव के मद्देनजर गाजा पट्टी की तरफ जाने वाली अपनी मुख्य सीमा को बंद कर दिया है. इस साल की शुरुआत से ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी कार्यदिवस के दौरान राफा क्रॉसिंग को बंद किया गया हो. मिस्र ने मई में इजराइल और हमास के बीच 11 दिनों तक चले युद्ध के दौरान इस सीमा को खुला रखा था.
मिस्र के अधिकारियों के मुताबिक, गाजा पट्टी की तरफ जाने वाली सीमा को बंद करना इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम लागू कराने के काहिरा के प्रयासों का ही एक हिस्सा है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह सीमा कब तक बंद रहेगी.
सीमा बंद करने का उद्देश्य
मिस्र के एक अधिकारी के मुताबिक, गाजा की ओर जाने वाली सीमा को बंद करने का उद्देश्य हमास पर दबाव बनाना है. इजराइल के साथ जारी हमास की अप्रत्यक्ष बातचीत के सही दिशा में आगे नहीं बढ़ने से मिस्र नाराज है. इसके अतिरिक्त फलस्तीनी गुटों से बातचीत करने की भी कोशिश की जा रही है. इजराइल-मिस्र की नाकेबंदी के मद्देनजर हमास ने 21 अगस्त 2021 को एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया, जिसके दौरान हिंसा भड़क उठी.
मिस्त्र लगातार मध्यस्थता कर रहा है
गौरतलब है कि मिस्र कई वर्षों से इजराइल और हमास के बीच एक प्रमुख मध्यस्थ रहा है. मिस्र के खुफिया विभाग के प्रमुख अब्बास कामेल ने इजराइली प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट के साथ संघर्ष विराम समझौते पर चर्चा करने के लिए पिछले सप्ताह ही इजराइल का दौरा किया था.
सीमा के पास विरोध
इस्लामिक हमास आंदोलन सहित फिलिस्तीनी गुटों के नेताओं ने घोषणा की है कि गाजा पट्टी और इजरायल के बीच सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. गुटों के नेताओं ने 22 अगस्त 2021 को एक बयान में कहा कि इस्राइल के खिलाफ सीमा के पास विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि इजरायल फिलिस्तीनियों के खिलाफ अपनी आक्रामकता को बंद नहीं कर देता और गाजा पर लगाए गए घेराबंदी को समाप्त नहीं कर देता.
पृष्ठभूमि
इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक लड़ाई चली थी, तब भी ये सीमा खुली रही थी. ऐसा माना गया कि दोनों पक्ष बातचीत कर सकें, इसलिए ऐसा किया गया. ये लड़ाई मई में चली थी, जिसमें दोनों तरफ से हमले किए गए और सैकड़ों लोगों की मौत हुई.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation