मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने सोमवार को यह कहा कि, कई वर्षों बाद पहली बार मिस्र में आपातकाल हटा लिया जाएगा.
मिस्र ने अप्रैल, 2017 में चर्चों पर हुई घातक बमबारी के बाद, अपने देश में आपातकाल की स्थिति लागू कर दी थी और तब से सुरक्षा की बेहतर स्थिति के बावजूद, इसे नियमित रूप से तीन महीने के अंतराल पर लगातार बढ़ाया जा रहा है.
मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी की फेसबुक पोस्ट
मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में यह लिखा है कि, "मिस्र अपने क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का नखलिस्तान बन गया है." “इसलिए, कई वर्षों में पहली बार, देश के सभी क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति के विस्तार को रद्द करने का निर्णय लिया गया है.”
“आपातकाल की स्थिति ने मिस्र के अधिकारियों को लोगों की गिरफ्तारी करने और राज्य के दुश्मन कहे जाने वाले सभी लोगों पर पर नकेल कसने की व्यापक शक्तियां प्रदान की हैं.
मिस्र में कई वर्षों तक आपातकाल लागू रहने का प्रमुख कारण
देश में यह आपातकाल मिस्र के वर्तमान राष्ट्रपति अल-सीसी के शासन काल में बढ़ते हुए राजनीतिक असंतोष पर एक क्लैंप-डाउन के विस्तार के दौरान लागू किया गया था, जिसने पिछले कुछ ही वर्षों में देश के उदारवादी और इस्लामवादी आलोचकों को समाप्त कर दिया है.
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मिस्र के सुरक्षा बल उत्तरी सिनाई में इस्लामिक स्टेट से जुड़े उग्रवादियों के विद्रोह से भी जूझ रहे हैं, हालांकि इन सुरक्षा बलों ने हाल ही में इस क्षेत्र में अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है.
राष्ट्रपति अल-सीसी के आपातकाल हटाने के फैसले पर प्रतिक्रिया
मिस्र के प्रमुख कार्यकर्ता होसम बहगत ने राष्ट्रपति अल-सीसी के इस फैसले का स्वागत करते हुए यह कहा है कि, यह आपातकालीन राज्य सुरक्षा अदालतों के उपयोग को रोक देगा, हालांकि यह कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों पर लागू नहीं होगा जो पहले से ही ऐसी अदालतों के विचाराधीन हैं.
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