इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज डॉम सिब्ले ने गेंद पर गलती से लार लगाकर आईसीसी के नियमों का उल्लंघन किया. इसी के साथ वे क्रिकेट की बहाली के बाद गेंद पर लार का इस्तेमाल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं.
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैचो की सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है. कोरोना महामारी फैलने के बाद क्रिकेट पर लगे ब्रेक के बाद यह पहली इंटरनेशनल सीरीज है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से गेंद को चमकाने के लिए लार लगाने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया है.
अंपायर ने क्या किया?
अंपायर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए दिशानिर्देशों के तहत उसे डिसइंफेक्टेड (कीटाणुरहित) करना पड़ा. आईसीसी के कोविड-19 दिशानिर्देशों के तहत यह पहला मौका है जब किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान अंपायरों ने गेंद को सैनिटाइज करने के लिए हस्तक्षेप किया.
यह घटना कब घटी?
यह घटना ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर लंच से ठीक पहले घटी. वेस्टइंडीज की पारी के 42वें ओवर में अंपायर माइकल गॉफ को कीटाणुरहित करने के लिए गेंद के दोनों तरफ एक टिश्यू पेपर रगड़ते हुए देखा गया था. डॉम सिब्ले ने जैसे ही गेंद पर लार का इस्तेमाल किया तभी इंग्लैंड की टीम ने इस बारे में खुद ही अंपायरों को बताया.
लार के उपयोग पर प्रतिबंध
भारतीय स्पिन दिग्गज अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी जिसे लागू कर दिया गया था. आईसीसी के नए नियमों के तहत मैचों का आयोजन जैव सुरक्षित माहौल हो रहा है जिसमें गेंद को चमकाने हेतु केवल पसीने का इस्तेमाल किया जा सकता है.
आईसीसी के नियम के तहत खिलाड़ी गेंद पर सिर्फ पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं. लार से इस वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है इसलिए सभी खिलाड़ियों को इसका इस्तेमाल करने से मना किया गया है. उल्लेखनीय है कि सभी खिलाड़ी दशकों से गेंद पर लार का इस्तेमाल करते आए हैं.
दंड स्वरूप क्या मिला?
नए नियमों के मुताबिक अनजाने में लार के इस्तेमाल पर गेंदबाजी करने वाली टीम को चेतावनी दी जाएगी. टीम को दो चेतावनियों के बाद पांच रन का दंड दिया जाएगा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation