विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 20 अप्रैल 2016 को यह घोषणा की कि यूरोपियन क्षेत्र मलेरिया का प्रसार रोकने वाला पहला विश्व में पहला क्षेत्र बना. इस क्षेत्र में वर्ष 1995 में मलेरिया के 90712 मामले सामने आये एवं वर्ष 2015 में यह आंकड़ा शून्य हो गया.
डब्ल्यूएचओ ने विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2015 जारी करते हुए यह आंकड़े पेश किये.
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इसके अतिरिक्त, डब्ल्यूएचओ ने यह भी घोषणा की कि यूरोप ने 2015 में मलेरिया समाप्ति के साथ विश्व मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य में अहम योगदान दिया.
विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2015 की विशेषताएं
• वर्ष 2000 में विश्वभर में मलेरिया के 262 मिलियन मामले दर्ज किये गये जबकि वर्ष 2015 में यह घटकर 214 मिलियन रह गये, जिससे इसमें 18 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी.
• मलेरिया से होने वाली मौतों में भी कमी दर्ज की गयी, वर्ष 2000 में यह आंकड़ा 839000 था जो 2015 में 48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 438000 रह गया.
• पांच वर्ष के कम आयु के बच्चों में मलेरिया से होने वाली मृत्यु की दर में भी कमी दर्ज की गयी.
• मलेरिया परजीवी से संक्रमित बच्चों का अनुपात वर्ष 2000 के बाद से अफ्रीका के स्थानिक क्षेत्रों में आधा हो गया है. 2-10 वर्ष तक के बच्चों में मलेरिया संक्रमण 2015 में 33 प्रतिशत से 16 प्रतिशत रह गया.
• एक अनुमान के अनुसार 2001 से 2015 के दौरान पहले की तुलना में मलेरिया के 1.2 बिलियन मामले एवं 6.2 मिलियन मृत्यु के कम मामले दर्ज किये गये.
• यूरोपीय क्षेत्र में 2015 में पहली बार इसी क्षेत्र से कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. यह ताशकंद घोषणा के तहत वर्ष 2015 तक इस क्षेत्र से मलेरिया समाप्त करने के लक्ष्य का सफल उदाहरण है.
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