पॉपुलर टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के लेखक तारक मेहता का 87 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया. वह लम्बे समय से बीमार थे. पद्मश्री से सम्मानित तारक मेहता का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा, क्योंकि उनके परिवार ने उनकी डेड बॉडी को डोनेट करने का फैसला किया है.
तारक मेहता के बारे में-
• मेहता ने 80 से ज्यादा किताबें लिखीं.
• 1939 में जन्मे मेहता ने अपने जीवनकाल में 80 से ज्यादा किताबें लिखीं.
• तारक मेहता कॉलमिस्ट थे और हास्य-व्यंग्य भी लिखते थे.
• तारक मेहता का पहला कॉलम 1971 के मार्च में ‘चंद्रलेखा’ में छपा.
• उनका नॉवेल 'दुनियाने ऊंधा चश्मा' सबसे ज्यादा मशहूर हुआ.
नॉवेल पर शो का निर्माण-
• इसी नॉवेल से प्रेरित होकर बाद में टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' सीरियल का निर्माण किया गया.
• यह सीरियल 9 साल से टेलिकास्ट किया जा रहा है. भारत के अलावा विदेशों तक यह सीरियल काफी पसंद किया जाता है.
• 1960 से 1986 तक वे भारत सरकार के इन्फॉर्मेशन-ब्रॉडकॉस्टिंग मिनिस्ट्री के फिल्म डिविजन मुंबई में वह राजपत्रित अधिकारी अफसर भी रहे.
• वर्ष 2005 में ही उनकी इस क्रिएटिविटी पर बने टीवी सीरियल के 1700 एपिसोड प्रसारित किए जा चुके.
• इस शो का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया.
• यह देश का सबसे लंबा चलने वाला कॉमेडी शो भी बन चुका है.
पद्मश्री से सम्मानित-
26 जनवरी, 2015 को लेखक तारक मेहता पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
हास्य लेखक तारक मेहता पिछले 16 वर्ष से अहमदाबाद में रह रहे थे. वह गुजराती पत्र-पत्रिका जैसे दिव्य भास्कर, चंद्रलेखा में लिखते रहे. तारक मेहता के सीरियल में भी उनको कई बार देखा गया.
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