देश के किसी भी उच्च न्यायालय की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति लीला सेठ का 07 मई 2017 को निधन हो गया. वे 86 वर्ष की थीं. उनका निधन उनके नोएडा स्थित निवास पर हृदयघात के कारण हुआ.
उनकी आखिरी इच्छा के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को अनुसंधान के लिए दान दे दिया गया. जस्टिस लीला सेठ निर्भया हत्याकांड के बाद बलात्कार से जुड़े कानूनों को नई शक्ल देने के लिए बनी तीन मेंबर वाली जस्टिस वर्मा कमेटी में शामिल थीं.
न्यायमूर्ति लीला सेठ
• न्यायमूर्ति लीला सेठ का जन्म 20 अक्तूबर 1930 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ.
• वे 1958 में लंदन बार की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली पहली महिला बनीं.
• उन्होंने 10 वर्ष तक लगातार पटना हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस की.
• वे 1978 में दिल्ली हाईकोर्ट की पहली महिला जज नियुक्त हुईं.
• न्यायमूर्ति लीला सेठ 1991 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनाई गईं.
• उनके द्वारा लिखी गई आत्मकथा ‘ऑन बैलेंस’ प्रसिद्ध पुस्तक रही.
• वर्ष 2014 में उन्होंने टॉकिंग ऑफ जस्टिस: पीपुल्स राइटस इन मॉडर्न इंडिया नामक पुस्तक भी लिखी. इसके अतिरिक्त वर्ष 2010 में उनकी पुस्तक वी द चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया भी चर्चा में रही.
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