जर्मनी में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के बीच दो महीने बाद खाली स्टेडियम में फुटबॉल की वापसी हुई. यह लॉकडाउन के बाद शुरू होने वाली पहली यूरोपीय लीग बन गई. विश्वभर के खेल प्रेमियों की निगाहें बुंदेसलीगा मुकाबले देखने पर गड़ी रही, जिसमें बोरूसिया डॉर्टमंड ने शाल्के को 4.0 से हराया.
दूसरे दर्जे की बुंदेसलीगा लीग के मुकाबले पहले शुरू हो गए थे और इसके कुछ घंटों बाद बुंदेसलीगा की मुख्य लीग के मैच शुरू हुए. इस जीत के बाद डॉर्टमंड अब शीर्ष पर काबिज बायर्न म्युनिख से एक ही अंक पीछे है. मैचों का आयोजन दर्शकों के बिना किया गया. इनका आयोजन कड़े स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के साथ किया गया, जिसमें खिलाड़ियों पर कई प्रकार की पांबंदियां लागू थीं.
बुंदेसलीगा के मैचों में इतनी शांति कभी नहीं
बुंदेसलीगा के मैचों में सामान्य दिनों में कभी भी इतनी शांति नहीं होती. लेकिन बोरूसिया डार्टमंड और शाल्के 04 के बीच हुए मैच में हजारों दर्शकों के बजाय कुछ चुनिंदा लोगे शामिल थे, जिसकी क्षमता 81,000 दर्शकों की है. स्टेडियम के चारों तरफ पुलिस गाड़ियों और बाइक पर मौजूद थी.
कोरोना महामारी के बीच बहाल होने वाली पहली बड़ी फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा में आर बी लीपजिग ने शनिवार को फ्रेइबर्ग से 1-1 से ड्रॉ खेला, जिससे खिताब जीतने की उसकी उम्मीदों को झटका लगा. तीसरे स्थान पर काबिज यह टीम बायर्न म्युनिख से चार अंक पीछे है.
बुंदेसलीगा लीग का पहला गोल
लॉकडाउन से पहले लीपजिग ने बायेर लीवरकुसेन और वोल्व्सबर्ग से ड्रॉ खेले थे. दक्षिण कोरियाई ली जाए सुंग ने दो महीने बाद शुरू हुई बुंदेसलीगा लीग का पहला गोल किया, जिससे होलस्टेन किएल को तीसरे ही मिनट में बढ़त मिल गई, जिसने रेजेन्सबर्ग से 2-2 से ड्रॉ खेला जबकि ऑये की टीम ने सैंडहॉसेन पर 3-1 से जीत हासिल की.
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