World's First Self-Driving Train: जर्मन रेल ऑपरेटर डॉयचे बाहन और जर्मन इंजीनियरिंग कंपनी सीमेंस ने 11 अक्टूबर 2021 को जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में दुनिया की पहली स्वचालित और चालक रहित ट्रेन लांच की. इस सेल्फ-ड्राइविंग ट्रेन को हैम्बर्ग शहर में लॉन्च किया गया.
यह जर्मनी में उत्तरी शहर के एस-बान रैपिड शहरी रेल नेटवर्क में शामिल हो जाएगा और दिसंबर 2021 से परिचालन और यात्रियों को ले जाना शुरू कर देगा. जर्मनी ने उत्तरी शहर के एस-बान रैपिड अर्बन रेल नेटवर्क में ऐसी चार ट्रेनों को जोड़ने की योजना बनाई है.
चालक रहित ट्रेन
ड्यूश समूह ने चालक रहित ट्रेन को पारंपरिक ट्रेनों की तुलना में अधिक समय की पाबंदी और ऊर्जा-कुशल करार दिया है. ऐसी चार ट्रेनें मौजूदा रेल बुनियादी ढांचे का उपयोग करते हुए दिसंबर 2021 तक एस- बाहन रैपिड अर्बन रेल नेटवर्क से जुड़ेंगी.
सेल्फ-ड्राइविंग ट्रेन
इस सेल्फ-ड्राइविंग ट्रेन को हैम्बर्ग शहर में लॉन्च किया गया था. यह ट्रेन पारंपरिक ट्रेनों की तुलना में अधिक समय की पाबंद और ऊर्जा कुशल है. ये ट्रेनें मौजूदा रेल बुनियादी ढांचे पर दिसंबर से यात्रियों को ले जाना शुरू कर देंगी.
डिजिटल तकनीक से नियंत्रित
हालांकि इस ट्रेन को डिजिटल तकनीक से नियंत्रित किया जाता है और यह पूरी तरह से स्वचालित है. लेकिन एक ड्राइवर ट्रेन में सवार यात्रियों की यात्रा की निगरानी के लिए बैठेगा.
यह परियोजना किसके द्वारा विकसित
इस परियोजना को ‘सीमेंस और डॉयच बाहन’ द्वारा विकसित किया जा रहा है. इसे ‘वर्ल्ड फर्स्ट’ करार दिया जा रहा है. यह परियोजना हैम्बर्ग की तीव्र शहरी रेल प्रणाली के 60 मिलियन यूरो के आधुनिकीकरण का हिस्सा है.
इस ट्रेन की खासियत
ये स्वचालित ट्रेनें एक किलोमीटर का नया ट्रैक बिछाए बिना विश्वसनीय सेवा प्रदान करेंगी. ये ट्रेनें 30 प्रतिशत अधिक यात्रियों को ले जा सकती हैं. समयपालन में सुधार के अतिरिक्त, इन ट्रेनों से 30 प्रतिशत से अधिक ऊर्जा की बचत होगी.
डॉयच बाहन: एक नजर में
डॉयच बाहन एक जर्मन रेलवे कंपनी है. इसका मुख्यालय बर्लिन में है. यह एक निजी संयुक्त स्टॉक कंपनी है. यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ट्रांसपोर्ट कंपनी है. डॉयच बाहन राजस्व के हिसाब से साल 2015 में दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे कंपनी थी.
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