दुनिया की टेक दिग्गज गूगल ने यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका में लोगों के लिए अपने एआई चैटबॉट को टेस्टिंग के लिए लांच कर दिया है. गौरतलब है कि गूगल ने कुछ दिनों पहले ही ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपना AI चैटबॉट बार्ड (Bard) लांच किया था.
हाल के कुछ महीनों में माइक्रोसॉफ्ट समर्थित AI चैटबॉट चैटजीपीटी ने AI चैटबॉट की दुनिया में काफी प्रसिद्धि हासिल की है.
गूगल के वाईस प्रेसिडेंट सिसी ह्सियाओ और एली कोलिन्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि 'हमने बार्ड की टेस्टिंग करके अब तक बहुत कुछ सीखा है, और इसे सुधारने में अगला महत्वपूर्ण कदम अधिक लोगों से प्रतिक्रिया प्राप्त करना है'.
बार्ड के बारें में:
बार्ड भी चैटजीपीटी की तरह की एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऐप है, जिसकी मदद से निबंध, कविता या यूजर द्वारा दिए गए कमांड के आधार पर अपना जवाब पेश करता है. आईफोन के बाद इसे एक बड़ी टेक्नोलॉजी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है.
गूगल का एआई चैटबॉट 'बार्ड' (Bard) गूगल के LaMDA पर आधारित है, जो फर्म के डायलॉग एप्लिकेशन सिस्टम के लिए लैंग्वेज मॉडल है जो कई वर्षों से डेवलपिंग फेज में है.
गूगल कर्मचारियों के साथ हुआ है टेस्ट:
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया कि 80,000 गूगल कर्मचारियों के साथ बार्ड की टेस्टिंग के बाद इसे US और UK में पब्लिक यूजर के लिए पेश किया गया है. जिसे पब्लिक टेस्टिंग के पहले कदम के रूप में देखा जा रहा है. पिचाई ने आगे बताया कि अधिक लोग बार्ड का उपयोग करेंगे तो इसकी क्षमताओं के बारें में पता लगाया जा सकता है.
गूगल की इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैट सर्विस से जुड़ने के लिए इच्छुक लोग bard.google.com वेबसाइट पर प्रतीक्षा सूची पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जो तकनीकी दिग्गज के सर्च इंजन से अलग है.
क्या बार्ड चैटजीपीटी को दे पायेगा टक्कर?
वैसे अभी तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैट सर्विस में OpenAI द्वारा लांच किया गया चैटजीपीटी काफी आगे चल रहा है और इसके यूजर्स की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.
OpenAI ने चैटजीपीटी की सफलता के बाद GPT-4 के रूप में चैटजीपीटी का एडवांस वर्जन लांच किया है जो चैटजीपीटी प्लस सर्विस के तहत एक पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस है. यह माइक्रोसॉफ्ट के बिंग सर्च इंजन के AI-संचालित संस्करण के माध्यम से यूजर के लिए उपलब्ध है.
चैटजीपीटी मॉडल लैंग्वेज के रूप में जनरेटिव प्री ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर-3 (GPT-3) पर आधारित है, वहीं गूगल बार्ड, गूगल की मॉडल लैंग्वेज LaMDA पर आधारित है.
अभी यह कहना जल्दबाजी होगी की गूगल बार्ड, चैटजीपीटी का एक सफल प्रतिद्वंदी है. इसका पता आगे आने वाले समय में लग पायेगा जब AI चैटबॉट Bard अधिक से अधिक यूजर के संपर्क में आयेगा.
AI चैटबॉट के लाभ:
बढ़ती टेक्नोलॉजी की दुनिया में में AI चैटबॉट का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है, AI चैटबॉट आज 'ह्यूमन टच' की कमी को भी काफी हद तक पूरा कर रहा है, जिस कारण इसके यूजर की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है.
इसकी मदद से लागत में भी कमी आ रही है साथ ही इसकी मदद से बिज़नेस को भी आगे बढ़ाने में मदद मिलती है. AI चैटबॉट की मदद से कस्टमर डेटा का उपयोग करके बेस्ट डिसिशन लेने में भी मदद मिलती है.
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