केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल 2016 को तिरुपति (आंध्र प्रदेश) में नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के परिचालन को मंजूरी दी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तिरुपति में नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) का कामकाज 2015-16 शैक्षिक वर्ष से प्रारंभिक तीन साल (2015-18) के लिए 137.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ट्रांजिट/ अस्थाई परिसर से परिचालन करने हेतु अपनी मंजूरी प्रदान की.
पृष्ठभूमि:
आंध्र प्रदेश पुनगर्ठन अधिनियम, 2014 की एक कड़ी के रूप में तत्कालीन राज्य आंध्र प्रदेश का तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में विभाजन होने के कारण भारत सरकार ने अन्य बातों के साथ राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) को आंध्र प्रदेश में स्थापित करने का निर्णय लिया है.
उपरोक्त के परिणाम स्वरूप आंध्र प्रदेश राज्य सरकार ने आईआईएसईआर तिरुपति के स्थाई परिसर के निर्माण के लिए येरपेडू मंडल के श्रीनिवासपुरम, पांगूर और चिंदेपेली गांवों में 244 एकड़ भूमि चिन्हित की है. इसी बीच संस्थान के स्थााई परिसर का निर्माण कार्य लंबित होने से स्थल चयन समिति की सिफारिशों पर इस संस्थान का कामकाज 2015-16 शैक्षिक सत्र से श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज तिरुपति के ट्रांजिट/ अस्थाई परिसर से शुरू करने का निर्णय लिया गया.
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