गुजरात सरकार ने 14 मई 2020 को आत्मानिभर गुजरात सहाय योजना (AGSY) की शुरुआत की. इस योजना के तहत, निम्न मध्यम आय वर्ग के लोग 2 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर बैंकों से 1 लाख रुपये की गारंटी-मुक्त ऋण ले सकते हैं. इस योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को सामान्य जीवन शुरू करने में मदद करना है जो कोविड-19 लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुआ है.
आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना (AGSY) के तहत ऋण देने वाले बैंकों को 6 प्रतिशत ब्याज का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा. इसका उद्देश्य छोटे व्यापारियों और निम्न मध्यम आय वर्ग के तहत आने वाले समाज के लोगों की सहायता करना है. योजना नियमों के तहत ऋण की अवधि तीन वर्ष की होगी और किस्त का भुगतान ऋण प्राप्त होने के 6 महीने बाद ही शुरू होगा.
मुख्य बिंदु
• राज्य सरकार ने भी छोटे व्यापारियों, कुशल कामगारों, ऑटोरिक्शा मालिकों, इलेक्ट्रीशियन और नाइयों आदि के लिए ‘आत्मनिर्भर गुजरात सहाय’ योजना शुरू करने का निर्णय किया है.
• गुजरात सरकार ने कहा कि करीब 10 लाख ऐसे लोगों को बैंकों से एक लाख रुपए का ऋण 2 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर मिलेगा, जिससे वे अपना जीवन नए सिरे से शुरू कर सकें.
• उन्होंने कहा कि ऋण आवेदन के आधार पर मुहैया कराए जाएंगे, जिसमें किसी गारंटी की जरूरत नहीं होगी.
• राज्य सरकार ने कहा कि शेष 6 प्रतिशत ब्याज का भुगतान राज्य सरकार बैंकों को करेगी. ऐसे ऋणों का कार्यकाल 3 वर्ष का होगा.
• उन्होंने कहा कि मूलधन और ब्याज का भुगतान मंजूर होने के 6 महीने के बाद शुरू होगा. यह ऋण उन सभी को मुहैया कराया जाएगा, जिन्हें इसकी जरूरत है.
• योजना पर बोलते हुए, गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कहा कि अन्य राज्यों ने ऐसे लोगों के लिए लगभग 5000 रुपए की सहायता की घोषणा की है. हालांकि हमारा विचार है कि इतनी कम राशि से उनका जीवन सामान्य नहीं होगा.
पृष्ठभूमि
केंद्र सरकार ने हाल ही में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख रुपये का पैकेज जारी किया. इस पहल की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2020 को अपने राष्ट्रव्यापी संबोधन के दौरान की. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया गया है, जो 17 मई तक प्रभावी रहेगा. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में लॉकडाउन को बढ़ाने की बात कही है.
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