वैज्ञानिकों ने नासा के हबल अंतरिक्ष दूरबीन से पहली बार सबसे पुराने तारों के समूह की दूरी को सटीक नापा है. तारों के समूह की सटीक दूरी का पता चलने से ब्रह्मांड की उम्र का अंदाजा हो सकता है. इससे खगोल वैज्ञानिकों को तारों के क्रमिक विकास के प्रारूपों में सुधार करने में मदद मिलेगी.
मुख्य तथ्य:
• यह तारा समूह 13.2 अरब वर्ष पुराना है, जो बिग बैंग के बाद बना था. यह ब्रह्मांड की उम्र पता करने में स्वतंत्र अनुमान देता है. इससे खगोल वैज्ञानिकों को तारा मंडल के विकास मॉडल को सुधारने में सहायता मिलेगी.
• तारों के समूह तारकीय प्रारूपों में अहम घटक होते हैं क्योंकि प्रत्येक समूह में तारे एक समान दूरी पर होते हैं. इसके अलावा उनकी एक जैसी उम्र और उनकी एक समान रासायनिक संरचना होती है.
• तारों का यह समूह पृथ्वी के सबसे करीब समूहों में से एक है. नई माप के अनुसार तारों का समूह 7,800 प्रकाश वर्ष दूर है.
• हबल अध्ययन का नेतृत्व करने वाले अमेरिका में स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट के टॉम ब्राउन के मुताबिक, गोलाकार समूह बहुत पुराने हैं. इनकी उम्र ब्रह्मांड की उम्र से भी अधिक लगती है.
• इस नए अध्ययन से ब्रह्मांड से जुड़ी कई अहम जानकारियों का पता लगाने में मदद मिलेगी. जैसे अभी तक ब्रह्मांड की सही उम्र का पता नहीं लगाया जा सका है. ब्रह्मांड के ऐसे बहुत से रहस्य हैं, जिन पर से पर्दा उठने की संभावना अब बढ़ गई है.
हबल अंतरिक्ष दूरबीन:
• हबल अंतरिक्ष दूरबीन वास्तव में एक खगोलीय दूरबीन है जो अंतरिक्ष में कृत्रिम उपग्रह के रूप में स्थित है.
• हबल अंतरिक्ष दूरबीन 25 अप्रैल 1990 में अमेरिकी अंतरिक्ष यान डिस्कवरी की मदद से इसकी कक्षा में स्थापित किया गया था.
• अमेरिकी खगोलविज्ञानी एडविन पोंवेल हबल के नाम पर इसे ' हबल ' नाम दिया गया. यह नासा की प्रमुख वेधशालाओं में से एक है.
• हबल अंतरिक्ष दूरबीन को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ' नासा ' ने यूरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी के सहयोग से तैयार किया था.
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