एशिया के सबसे बड़े कॉफी उत्पादक एवं नियार्तक भारत में रकबा बढ़ने के कारण विपणन वर्ष 2017-18 में कॉफी उत्पादन रिकॉर्ड 3.50 लाख टन होने का अनुमान है. कॉफी बोर्ड ने फसल का पहला पूवार्नुमान जारी करते हुए कहा कि फली लगने से पहले किये गये अनुमान के हिसाब से इस विपणन वर्ष में 3.50 लाख टन कॉफी का उत्पादन होगा. इसमें अरेबिका किस्म का उत्पादन 1.03 लाख टन और रोबस्टा किस्म का उत्पादन 2.47 लाख टन रहने की उम्मीद है.
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कॉफी बोर्ड ने कहा की यह एक बार फिर से रिकॉर्ड उत्पादन होगा. यह विपणन वर्ष 2016-17 के अंतिम आकलन से 38,400 टन यानी 12.31 प्रतिशत अधिक है. उत्पादन में वद्धि का मुख्य कारण कनार्टक, केरल और तमिलनाडु में रकबा लगभग 13,500 हेक्टेयर बढ़ना है.
हालांकि कॉफी बोर्ड ने कहा कि प्रारंभिक आकलन मई 2018 में किया जाएगा और यदि फसल को कोई नुकसान हुआ तो उसे संशोधित आकलन में शामिल किया जाएगा. देश के सबसे बड़े उत्पादक कनार्टक में वर्ष 2016 में 2.21 लाख टन कॉफी का उत्पादन हुआ था जिसके इस साल बढ़कर 2.51 लाख टन रहने की उम्मीद है. वर्ष 2016 की तुलना में राज्य में इस साल अरेबिका किस्म का उत्पादन 70,510 टन से बढ़कर 75,300 टन तथा रोबस्टा किस्म का उत्पादन 1,51,235 टन से बढ़कर 1,76,460 टन रहने की उम्मीद है.
रोबस्टा किस्म का उत्पादन करने वाले केरल में उत्पादन वर्ष 2016 के 63,265 टन से 8.31 प्रतिशत बढ़कर 68,520 टन रहने की संभावना है. तमिलनाडु में भी इसी तरह उत्पादन 16,335 टन से 17.29 प्रतिशत अधिक होकर 19,160 टन रहने की उम्मीद है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पूर्वोत्तर क्षेत्र के गैर-पारंपरिक इलाकों में कॉफी उत्पादन 10,655 टन से बढ़कर 10,960 टन हो जाने की उम्मीद है.
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