भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और इजराइल, अमेरिका तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उनके समकक्ष एक बैठक में आर्थिक सहयोग के लिए एक मंच बनाने पर सहमत हुए हैं. उन्होंने बैठक के दौरान परिवहन, प्रौद्योगिकी, समुद्री सुरक्षा और अर्थव्यवस्था तथा व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की संभावना पर चर्चा की.
विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी इजराइल की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. 18 अक्टूबर 2021 को डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में उनके साथ इजराइल के विदेश मंत्री याइर लापिद भी थे. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने बैठक में डिजिटल माध्यम से हिस्सा लिया. चारों नेताओं ने क्षेत्र में साझा चिंता के विषयों पर चर्चा की.
A fruitful first meeting with Israeli APM and FM @YairLapid, UAE FM @ABZayed and US Secretary of State @SecBlinken this evening.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 18, 2021
Discussed working together more closely on economic growth and global issues. Agreed on expeditious follow-up. pic.twitter.com/kVgFM0r6hs
अंतरराष्ट्रीय मंच बनाने का फैसला
बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि मंत्रियों ने आर्थिक सहयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच बनाने का फैसला किया. बयान के अनुसार, चारों मंत्रियों ने परिवहन, प्रौद्योगिकी, समुद्री सुरक्षा और अर्थव्यवस्था एवं व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए संभावनाओं तथा अतिरिक्त संयुक्त परियोजनाओं के लिए चर्चा की.
वैश्विक मुद्दों पर एक साथ
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक को सार्थक बताया और कहा कि उन्होंने आर्थिक वृद्धि और वैश्विक मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह बहुत साफ है कि हमारे समय के बड़े मुद्दों पर हम सब एक जैसा सोचते हैं.
नए फोरम का मकसद
क्वाड (QUAD) की तर्ज़ पर भारत, इज़रायल, अमेरिका और यूएई ने आर्थिक सहयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय फोरम स्थापित करने का फैसला किया है. नए फोरम का उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर समेत दूसरे क्षेत्रों पर फोकस करना है. क्वाड की तर्ज पर एक मंच पर आये चार देशों के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में आगामी महीनों में होगी.
समुद्री सुरक्षा पर फोकस
आर्थिक सहयोग के लिए चारों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय फोरम के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन, समुद्री सुरक्षा पर फोकस किया जाएगा और और संयुक्त समूह के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भी नियुक्त किया जाएगा.
चारों विदेश मंत्रियों की बैठक
भारत के लिए चारों विदेश मंत्रियों की बैठक पश्चिम एशिया में नीति को लेकर एक टर्निंग प्वॉइंट साबित होगा. मध्य एशिया के मामले में भारत की नीति अब द्विपक्षीय संबंधों से हटकर एकीकृत तौर पर क्षेत्रीय होगी. चार देशों के बीच नए मंच को भारत, इज़रायल और यूएई के बीच इंडो-अब्राहमिक संधि के तौर पर देखा जा सकता है. नई व्यवस्था से मध्य एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को भी साधने में भारत को मदद मिलेगी.
क्वाड समूह: एक नजर में
क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान हैं. खास बात यह है कि भारत, अमेरिका, इजरायल और यूएई के विदेश मंत्रियों की यह पहली बैठक है. बताया जाता है कि विदेश मंत्रियों की यह बैठक मध्य एशिया में अपना सहयोग एवं आर्थिक साझेदारी बढ़ाने के लिए हो रही है. यह वर्चुअल बैठक ऐसे समय हो रही है जब विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने पांच दिनों के दौरे पर इजरायल में हैं.
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