भारत ने म्यामांर और बांग्लादेश की सीमा पर दो आव्रजन जांच चौकियां खोली हैं. सरकार का यह कदम दोनों पूर्वी देशों के साथ बढ़ती निकटता को दर्शाता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने मिजोरम के लॉन्गत्लाई जिले में जोरिनपुई जांच चौकी को आव्रजन जांच चौकी बनाया है जहां से लोग वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ म्यांमार से भारत में आ सकते हैं या भारत से म्यांमार जा सकते हैं.
केंद्र सरकार ने मिजोरम के लुंगलेई जिले में कावरपुइचुह जांच चौकी को अधिकृत आव्रजन जांच चौकी घोषित किया है. यहां से लोग वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ बांग्लादेश से भारत में आ सकते हैं या भारत से बांग्लादेश जा सकेंगे.
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कावरपुइचुह मिजोरम में स्थित है जो बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 सितंबर 2017 से दो दिनों के लिए म्यामांर का दौरा किया था. भारत और म्यांमार के साथ 1,643 किलोमीटर की सीमा को साझा करता है जो कि अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम से गुजरती है. भारत और बांग्लादेश के बीच 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है जो असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय और पश्चिम बंगाल से गुजरती है.
दूरवर्ती जोरिनपुई म्यांमार के सितवे बंदरगाह से 287 किलोमीटर दूर है. जोरिनपुई को नए सीमा शुल्क स्टेशन के तौर पर चयनित किया गया है. गौरतलब है कि मई 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की म्यामांर यात्रा के समय जारी साझा बयान में जोरिनपुई का उल्लेख किया गया था.
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