Indian Air Force Day 2021: भारत हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस मनाता है. भारत के लिए 8 अक्टूबर का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. इस साल भारतीय वायुसेना का 89वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. हर साल की तरह इस बार भी गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर यह दिवस धूमधाम मनाया जा रहा है.
इस साल भारत पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर भारतीय वायुसेना इस बार विजय वर्ष के तौर पर मना रही है. वायु सेना ने अनेकों बार अपने पराक्रम से भारत को गौरवान्वित किया है. एयरफोर्स दिवस पर इस बार दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा लगाया गया है. कार्यक्रम की थीम आत्मनिर्भर एवं सक्षम है.
#WATCH IAF Chief Air Chief Marshal VR Chaudhari inspects the Air Force Day parade on the 89th foundation day at Hindan airbase pic.twitter.com/VEZaZipFvg
— ANI (@ANI) October 8, 2021
एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी मौजूद
भारतीय वायुसेना के सबसे उन्नत लड़ाकू विमान सुखोई, राफेल, मिराज, जगुआर और मिग-21 बाइसन को डिस्प्ले में लगाया गया है. इनके अतिरिक्त चिनूक और अपाचे हेलीकाप्टर भी लगाए गए हैं. गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी, नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत मौजूद हैं.
इस दिवस का उद्देश्य
यह दिवस आधिकारिक रूप से एवं सार्वजनिक रूप से, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी संगठन में भारतीय वायु सेना के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता हैं.
#WATCH Indian Air Force's air display at the Hindon airbase on its 89th anniversary pic.twitter.com/5xj7Ntg8bd
— ANI (@ANI) October 8, 2021
क्यों मनाया जाता है यह दिवस?
भारतीय वायुसेना दिवस (Indian Air Force Day) आयोजित समारोह में सबसे महत्वपूर्ण पुराने विमानों का शानदार प्रदर्शन शामिल होता है. भारतीय वायुसेना दिवस राष्ट्रीय सुरक्षा के किसी भी संगठन में आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना के प्रति लोगों को जागरूक करने और हवाई सीमा की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करने के लिए मनाया जाता है.
भारतीय वायु सेना दिवस: एक नजर में
भारतीय वायुसेना की स्थापना 08 अक्टूबर 1932 को हुई थी. इसी मौके को याद करते हुए हर साल इस दिन को भारतीय वायु सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. वायु सेना दिवस को आधिकारिक तौर पर सर्वप्रथम 08 अक्टूबर 1932 को भारतीय साम्राज्य की सहायक वायु सेना के रूप में मनाया गया था.
ऑपरेशन राहत और ऑपरेशन मेघदूत जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण अभियानों में तैनात विमान और हेलीकाप्टर भी प्रदर्शित किये जाते हैं. इसके साथ-साथ, विभिन्न अभियानों के लिए तैयार किये गए नए विमान भी प्रदर्शित किए जाते हैं, साथ ही इसकी विशेषताओं और इसके उद्देश्यों को भी समझाया जाता है.
भारतीय वायु सेना में लगभग 1,70,000 कर्मियों की ताकत है और 1,400 से अधिक विमान हैं और इसे दुनिया के अग्रणी वायु सेना में से एक माना जाता है. भारतीय क्षेत्रों को सभी जोखिमों से बचाना और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान करना इसकी जिम्मेदारी है.
भारतीय वायुसेना के बारे में
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है. आजादी (1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और साल 1945 के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
आजादी (1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) के पश्च्यात इसमें से "रॉयल" शब्द हटाकर सिर्फ "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया. भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है. वायु सेनाध्यक्ष, एयर चीफ मार्शल, एक चार सितारा कमांडर है और वायु सेना का नेतृत्व करते है. भारतीय वायुसेना का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है. भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बडी वायुसेना होने का दर्जा दिलाती है.
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