भारत ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद बड़ी कार्रवाई की है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पार जाकर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने ध्वस्त कर दिए हैं, जिसने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है.
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने 14 फरवरी 2019 को हमला कर दिया था, जिसमें 44 जवान शहीद हो गए थे. भारत ने साफ कर दिया था कि वह चुप नहीं बैठेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि इस बार 'हिसाब बराबर' होगा.
मुख्य बिंदु:
• IAF सूत्रों के अनुसार, भारत ने एलओसी के पार आतंकियों के ठिकानों पर करीब 1000 किलोग्राम बम बरसाए, जिसमें आतंकी मसूद अजहर की अगुवाई वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकाने ध्वस्त हो गए.
• बताया जाता है कि एक साथ 12 मिराज-2000 इंडियन फाइटर जेट के जरिये एलओसी पार आतंकियों के ठिकानों पर निशाना बनाया गया.
• मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोटी के रास्ते ये हमले किए.
• रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक की सूचना के मुताबिक दो से तीन सौ आतंकियों के मारे जाने की सूचना है.
• पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विट किया है कि 'भारतीय वायु सेना के विमानों ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते हुए मुजफ्फराबाद सेक्टर में घुस आए.
• समाचार एजेंसी एएनआई ने भारतीय वायु सेना के सूत्रों के अनुसार खबर दी है कि भारत ने 26 फरवरी को सुबह साढ़े तीन बजे हमला किया.
• पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना पर एयर स्पेस के उल्लंघन का आरोप लगाया है.
• हमले के बाद विमान भारतीय सीमा में सुरक्षित लौट आए. बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने अपने सुरक्षाबलों को कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी थी.
विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस की:
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर बहुत बड़ी कार्रवाई की है. भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने जैश के ठिकानों को तबाह किया है. इस कार्रवाई को लेकर विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस की जिसमें विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि 14 फरवरी को पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद ने हमला किया जिसमें हमारे 44 जवान शहीद हो गये. 20 साल से पाकिस्तान में जैश सक्रिय है. जैश के कैंप पर भारत ने कार्रवाई की. विश्वसनीय सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद देश के दूसरे हिस्सों में आत्मघाती हमले की तैयारी कर रहा था और इसके लिए फ़िदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिए जा रहे थे.
इस अभियान में जैश के चरमपंथियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों और वहाँ प्रशिक्षण ले रहे जिहादियों को ख़त्म कर दिया गया. बालाकोट के इस कैंप का मुखिया मौलाना यूसुफ़ अज़हर उर्फ़ उस्ताद ग़ौरी था जो कि जैश प्रमुख मसूद अज़हर का संबंधी है. इस संगठन ने कई हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें भारतीय संसद, पठानकोट का हमला शामिल है.
मिराज जेट के अलावा सुखोई से भी हुआ हमला:
सूत्रों ने बताया कि मिराज जेट के अलावा भारतीय वायु सेना के सुखोई जेट का भी हवाई हमले में इस्तेमाल किया गया था.
पाकिस्तान ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग:
पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस्लामाबाद में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. यह मीटिंग सुरक्षा को लेकर होगी.
पीएम मोदी ने भी बुलाई इमरजेंसी मीटिंग:
पीएम मोदी ने सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की इमरजेंसी मीटिंग की. इस मीटिंग में वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल थे.
मिराज 2000 विमान की खासियत: |
मिराज विमान एक फ्रांसिसी लड़ाकू विमान हैं. इसे दसॉ नामक विमान कंपनी ने बनाया है. इसी कंपनी ने राफेल विमान भी बनाएं हैं. डसॉल्ट मिराज 2000 हवा से सतह पर मिसाइल और हथियार से हमला करने के साथ-साथ लेजर गाइडेड बम (LGB) दागने में भी सक्षम है. डसॉल्ट मिराज 2000 लड़ाकू विमान 29 जून 1985 में भारतीय वायुसेना की नंबर- 7 स्क्वाड्रन में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था. मिराज 2000 लड़ाकू विमान 1999 के कारगिल युद्ध में भी दुश्मनों के दांत खट्टे कर चुका है. मिराज द्वारा दागे गए लेजर गाइडेड बम ने दुश्मन के अहम बंकरों को ध्वस्त कर दिया था. मिराज 2000 में हथियारों को ले जाने के लिए नौ हार्डपॉइंट दिए गए हैं. जिसमें पांच प्लेन के नीचे और दो दोनों तरफ के पंखों पर दिया गया है. सिंगल-सीट संस्करण भी दो आंतरिक हैवी फायरिंग करने वाली 30 मिमी बंदूखों से लैस है. कारगिल युद्ध के बाद मिराज विमानों का अपग्रेडेशन भी किया गया. |
पाकिस्तान के हमले को लेकर हाई अलर्ट जारी:
भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान वायु सेना द्वारा किसी भी संभावित कार्रवाई का जवाब देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के साथ-साथ सभी वायु रक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट किया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दिल्ली के समीप हिंडन एयरबेस को भी अलर्ट कर दिया गया है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव:
पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. पुलवामा का बदला लेने के लिए भारतीय वायु सेना ने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में आतंकियों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया है. वायुसेना ने चार से पांच जैश के लॉन्चिंग पैड तबाह कर दिए हैं.
उरी के बाद दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक:
बता दें कि 18 सितंबर 2016 को उरी में सेना कैंप पर हमले के 11 दिनों बाद भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया था. भारतीय सेना की इस कार्रवाई में आतंकियों के करीब सात लॉन्च पैड्स तबाह किए गए.
1971 की जंग के बाद पहली बार भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी वायुसीमा में किया प्रवेश:
26 फरवरी 2019 को एलओसी के पार की गई एयर स्ट्राइक में 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग के बाद पहला मौका रहा जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की वायुसीमा में प्रवेश किया हो. वर्ष 1999 के करगिल संघर्ष के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने वायुसेना के इस्तेमाल को एलओसी के भारतीय हिस्से तक सीमित रखने का फैसला किया था.
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