भारतीय वायुसेना द्वारा अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ‘गगन-शक्ति 2018’ आयोजित किया गया. इसका आयोजन देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में किया जा रहा है तथा जहां आश्यकता है वहां किया जा रहा है. यह युद्धाभ्यास 22 अप्रैल 2018 तक चलेगा.
गगन शक्ति-2018 में पहली बार महिला पायलट भी हिस्सा ले रही है. इस युद्धाभ्यास में पहली बार स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस भाग ले रहा है.
गगन शक्ति-2018 के प्रमुख तथ्य
• युद्धाभ्या़स का विषय एयर सपोर्ट, नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर अटैक, सेना के दूसरे अंगों के साथ संयुक्त ऑपरेशन के आधार पर रखा गया है.
• इस एक्सरसाइज़ के दौरान वायुसेना में ही अपनी और दुश्मन की वायुसेना बनाई गई है. यानी रेड फोर्स, ब्लू फोर्स और व्हाइट फोर्स.
• ब्लू फोर्स भारत की है, जबकि रेड फोर्स दुश्मन की वायुसेना मानी गई है.
• व्हाइट फोर्स की भूमिका न्यूट्रल या रेफरी की है.
• अभ्यास में देश को भी अपने और दुश्मन के इलाके में बांटा गया है.
युद्धाभ्यास में भाग ले रहे विमान
• युद्धाभ्यास में कुल 1100 विमान और हेलिकॉप्टर भाग ले रहे हैं.
• इनमें सुखाई-30, एमकेआई, मिग-21, मिग-29, मिग-27, जगुआर और मिराज, बड़े परिवहन विमान सी-17 ग्लोब मास्टर,सी-130 जे,सुपर हरक्यूलिस अआर अटैक हैलिकॉप्टर एमआई-35,एमआई-17वी 5, एमआई-17,एएलएच ध्रुव मुख्य रूप से शामिल हैं.
• दिन और रात चल रहे इस युद्धाभ्यास में हवाई दस्ते को हवा से दुश्मन के इलाके में उतरने एवं एयर टू एयर काउंटर अटैक में महारथ हासिल करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
युद्धाभ्यास का उद्देश्य
इस अभ्यास का उद्देश्य उस स्तर की तैयारी को पुख्ता करना है जिसमें वायुसेना प्रमुख के आदेश मिलने पर महज 48 घंटे में भारतीय वायुसेना पूरी तरह से खुद को युद्ध के लिए तैयार कर सकेगी. इस युद्धाभ्यास में देश के लगभग सभी एयरबेस और एडवांस लैंडिंग ग्राउंड का इस्तेमाल किया जा रहा है. प्रोटोकाल के तहत पाकिस्तान को भी इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation