मोजांबिक में 15 मार्च को आए चक्रवाती तूफान ‘इडाई’ के बाद लोगों की मानवीय मदद करने और आपदा राहत प्रदान करने संबधी मोजांबिक सरकार के अनुरोध के बाद भारतीय नौसेना द्वारा अपनी पहली प्रशिक्षण स्वायड के तीन जहाजों सुजाता, सारथी और शार्दूल को मोजांबिक के पोर्ट बीरा की ओर भेजा गया.
भारतीय नौसेना के तीन जहाज पहुंचे |
आईएनएस सुजाता और आईसीजीएस सारथी 18 मार्च 2019 की सुबह पोर्ट बीरा पंहुचे जबकि आईएनए शार्दूल 19 मार्च 2019 को पोर्ट बीरा पंहुचा और उसके बाद से स्थानीय प्रशासन को आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं. मोजांबिक के रक्षा मंत्री ने राहत कार्यो का जायजा लेने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजो का दौरा किया. आईएनएस शार्दुल के हेलीकॉप्टर स्थानीय हवाई अड्डों से निगरानी करने और बचाव तथा राहत कार्य में कार्यरत हैं. इसके साथ ही फंसे हुए लोगों की मदद करने के लिए नावों, लैंडिग क्राफ्ट एसाल्ट और जैमिनी नावों की मदद ली जा रही है.
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चक्रवाती तूफान इदाई और भारतीय नौसेना
- चक्रवाती तूफान इदाई ने 15 मार्च की सुबह मोजांबिक के बीरा में व्यापक नुकसान किया और इसके कारण मोजांबिक के केंद्रीय और उत्तरी प्रांत में बड़ी संख्या में लोगो की मृत्यु हुई.
- बीरा शहर में सर्वाधिक नुकसान हुआ है और इसने आधारभूत ढांचे को व्यापक स्तर पर नुकसान पंहुचाया है.
- पोर्ट बीरा के पास लगभग पांच हजार लोगों के असहाय स्थिति में फंसे होने की जानकारी सामने आई है,जिन्हें तुंरत निकालने की आवश्यकता है.
- प्रभावित लोगो को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजो द्वारा स्थानीय प्रशासन के साथ विचार-विमर्श कर समन्वय किया जा रहा है.
- मोजांबिक के रक्षा प्रशासन को खाद्य, दवाई और वस्त्र संबधी सामान पूर्ण रूप से प्रदान किया गया है और इसके साथ ही पेयजल को जहाजो से उतारने के प्रयास प्रगति पर है.
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