लगभग दो महीने के बाद, रेलवे इस मंगलवार अर्थात 12 मई 2020 से पैसेंजर ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस साल मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के साथ, देश में मालगाड़ियों को छोड़कर, सभी पैसेंजर ट्रेन सेवाओं के परिचालन पर 22 मार्च से रोक लगा दी गई है. हालांकि, 17 मई 2020 को कोरोना वायरस लॉकडाउन के तीसरे चरण के समाप्त होने के बाद, भारतीय रेलवे ने अपने यात्री परिचालन को 'धीरे-धीरे' फिर से शुरू करने का फैसला किया है.
अब तक, भारतीय रेलवे ने देश भर में आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए अपनी मालगाड़ी सेवाओं का परिचालन जारी रखा था और भारतीय ‘विशेष श्रमिक’ ट्रेने चलाकर फंसे हुए प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाया था. पैसेंजर ट्रेन सेवाओं और 'विशेष श्रमिक' ट्रेनों को फिर से शुरू करने और इन ट्रेनों को कहां से संचालित किया जाएगा, इसके बारे में पूरी जानकारी यहां प्राप्त करें.
12 मई 2020 से किन ट्रेनों को चलाया जाएगा?
भारतीय रेलवे द्वारा प्रदान की गई आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, इस मंगलवार से ‘पैसेंजर ट्रेन परिचालन’ के हिस्से के रूप में कुल 15 जोड़ी (पेयर) ट्रेनें (30 वापसी यात्रा सहित) संचालित की जाएंगी. ये विशेष ट्रेनें दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के बीच चलाई जाएंगी.
विशेष ट्रेन के लिए ट्रेन टिकट कैसे बुक करें?
इन विशेष ट्रेनों के लिए सीट आरक्षण की प्रक्रिया सोमवार अर्थात 11 मई 2020 - को शाम 4 बजे से शुरू होगी. इन विशेष ट्रेनों के टिकट केवल IRCTC की वेबसाइट पर लॉग इन करके ऑनलाइन बुक किए जा सकते हैं और रेलवे स्टेशनों पर मौजूद टिकट काउंटरों पर ये टिकट उपलब्ध नहीं होंगे. यह व्यवस्था ट्रेन स्टेशनों पर भीड़ से बचने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए की गई है. यात्रियों को ध्यान देना चाहिए कि, पूरी तरह से स्क्रीनिंग के बाद पुष्टिकृत (कन्फर्म) वैध टिकट वाले लोगों को रेलवे स्टेशन के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी.
विशेष ट्रेन यात्रा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
भारतीय रेलवे द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, यात्रियों को इन विशेष ट्रेनों में यात्रा करने पर कुछ सावधानियां बरतनी होंगी. यात्रियों को अपनी यात्रा शुरू करने से पहले स्टेशन पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनना होगा और स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा. जिन व्यक्तियों में कोविड -19 के लक्षण होंगे, ऐसे किसी भी रोगी को इन ट्रेनों से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
ट्रेनों में सामाजिक दूरी के मानदंड, जिस क्षमता पर ये ट्रेनें चलेंगी, रेलवे स्टेशनों से सार्वजनिक परिवहन की उपलब्धता आदि के विवरण के बारे में अभी घोषणा की जायेगी.
ट्रेन का किराया और लागत क्या होगा?
जिन ट्रेनों को 12 मई 2020 से विशेष पैसेंजर ट्रेनों के तौर पर चलाया जा रहा है, वे वातानुकूलित होंगी. इसलिए, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों से उनकी यात्रा के लिए जो किराया लिया जाएगा, वह राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के बराबर होगा.
विस्तृत कार्यक्रम और ठहराव
अब तक, भारतीय रेलवे ने केवल उन गंतव्य शहरों की घोषणा की है जहां तक इन विशेष ट्रेनों को चलाया जाएगा. हालांकि, अधिसूचना में कहा गया है कि इन ट्रेनों के बीच के ट्रेन स्टशनों में ठहराव के विवरण के साथ विस्तृत कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जाएगा. भारतीय रेलवे ने यह भी घोषणा की है कि इन ट्रेनों की सफलता के आधार पर, भारतीय रेलवे जल्द ही नए मार्गों पर अधिक विशेष ट्रेन सेवाओं का संचालन शुरू करेगा.
क्या ये ट्रेनें श्रमिक ट्रेनों से अलग होंगे?
विशेष श्रमिक ट्रेनें, जो रेलवे ने 1 मई 2020 से शुरू की थीं, इन विशेष ट्रेनों से अलग हैं, क्योंकि वे राज्यों के अनुरोध पर चलाई जाती हैं. ये ट्रेनें मौजूदा व्यवस्था के अनुसार चलती रहेंगी. शहरों से प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा लगभग 300 श्रमिक ट्रेनें रोज़ाना चलाई जा रही हैं. इसके अलावा, रेलवे ने कोविड -19 देखभाल केंद्रों के तौर पर भी लगभग 20,000 कोचों की अलग से व्यवस्था की है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation