भारतीय हॉकी टीम ने 05 नवम्बर 2017 को महिला एशिया कप के फाइनल में चीन को मात देते हुए खिताब अपने नाम कर लिया है. भारत ने तय समय में मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में चीन को 5-4 से मात देते हुए खिताब पर कब्जा जमाया.
भारत ने यह खिताब 13 साल बाद जीता है. इसी के साथ भारतीय टीम ने वर्ष 2018 में होने वाले विश्व कप में खेलने की योग्यता हासिल कर ली है. भारत ने वर्ष 2004 के बाद पहली बार खिताब पर कब्जा जमाया हैं.
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इससे संबंधित मुख्य तथ्य:
• भारत ने 25वें मिनट में नवजोत कौर के गोल से बढ़त बनाई, लेकिन चीन तियानतियान के 47वें मिनट में किए गए गोल से बराबरी करने में सफल रहा. इससे निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर था.
• भारत तथा चीन की टीम पेनाल्टी शूटआउट में पांच-पांच मौकों के बाद 4-4 की बराबरी पर थीं. दोनों टीम ने एक-एक मौका गंवाया था. इसके बाद सडेन डेथ का आयोजन किया गया, जिसमें चीन गोल नहीं कर सका जबकि रितू रानी ने गोल करते हुए भारत को 5-4 से जीत दिला दी.
• भारतीय टीम चौथी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी. वर्ष 1999 में उसे अपनी मेजबानी में फाइनल में दक्षिण कोरिया के हाथों 2-3 की हार मिली थी.
• भारतीय टीम ने वर्ष 2009 में बैंकॉक में आयोजित हुए टूर्नामेंट में फाइनल तक पहुँच गया था, लेकिन चीन ने 5-3 से मात देकर खिताब जीत लिया.
• भारत ने फाइनल से पहले तक इस टूर्नामेंट में 27 गोल किए थे और उसकी ताकत पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करना रही. फाइनल के बाद इस टूर्नामेंट में गोल की संख्या 32 हो गई.
• भारतीय महिला राष्ट्रीय हॉकी टीम महिला हॉकी के खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाला दल है.
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