प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा आयोजित दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर संबोधन किया. जलवायु संकट पर शिखर सम्मेलन 22-23 अप्रैल, 2021 को एक आभासी मोड में आयोजित किया गया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने 40 विश्व नेताओं को आमंत्रित किया है, जिनमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हैं.
'भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 भागीदारी' का शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान यह बताया कि, वे राष्ट्रपति बिडेन के साथ 'भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 भागीदारी' का शुभारंभ करेंगे.
विश्व के प्रमुख नेता इन दो दिनों में वैश्विक जलवायु कार्रवाई पर चर्चा कर रहे हैं, प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि, भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन फूटप्रिंट वैश्विक औसत से 60% कम है क्योंकि भारत की जीवन शैली अभी भी स्थायी पारंपरिक प्रथाओं पर आधारित है.
President Biden and I are launching 'India-US climate & clean energy Agenda 2030 partnership'. We will help mobilise investments, demonstrate clean technologies and enable green collaborations: Prime Minister Narendra Modi during Leaders' Summit on Climate pic.twitter.com/eWiWgAnGbk
— ANI (@ANI) April 22, 2021
शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा के विषय
अमेरिका द्वारा आयोजित इस आभासी शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले लगभग 40 विश्व नेता जलवायु कार्यों, जलवायु परिवर्तन, प्रकृति आधारित समाधानों को बढ़ाने, जलवायु शमन और अनुकूलन के लिए वित्त जुटाने, स्वच्छ ऊर्जा के लिए तकनीकी नवाचारों के साथ-साथ जलवायु सुरक्षा पर विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं.
जलवायु शिखर सम्मेलन: मुख्य विशेषताएं
• इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेता उन देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो मेजर इकोनॉमीज़ फोरम के सदस्य हैं, जिनमें से भारत भी एक सदस्य है, और जो अन्य देशों के बीच जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील हैं.
• यह जलवायु परिवर्तन अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन के लिए भी फोकस का एक क्षेत्र रहा है. राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद, उन्होंने 20 जनवरी, 2021 को यह घोषणा की थी कि, अमेरिका पेरिस जलवायु समझौते में पुनः शामिल हो जाएगा.
पृष्ठभूमि
यह शिखर सम्मेलन जलवायु मुद्दों पर केंद्रित वैश्विक बैठकों की एक श्रृंखला का हिस्सा है. यह नवंबर, 2021 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) से पूर्व आयोजित किया जा रहा है.
इससे पहले अप्रैल, 2021 में जलवायु के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी ने भारत का दौरा किया था और इस शिखर सम्मेलन सहित जलवायु से संबंधित मुद्दों पर भारतीय नेताओं के साथ चर्चा की थी.
हमारे नेताओं ने उन्हें पेरिस जलवायु समझौते के तहत भारत द्वारा अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और उत्सर्जन को कम करने के प्रयासों की जानकारी दी थी.
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