International Flights Services: भारत के नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए (DGCA) ने 09 दिसंबर 2021 को निर्धारित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है. इससे पहले, भारत ने कुछ शर्तो के साथ 15 दिसंबर से अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की योजना की घोषणा की थी.
केंद्रीय उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 01 दिसंबर को कहा कि वह कोविड-19 के ओमिक्रॉन स्वरूप से उभरने वाली स्थिति की ‘बारीकी से निगरानी’ कर रहा है और लगभग सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने पर हितधारकों के साथ परामर्श कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
जानें वजह
डीजीसीए ने कहा कि भारत अपनी निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को अगले साल 31 जनवरी तक निलंबित रखेगा. डीजीसीए ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच एक दिसंबर को निर्णय किया था कि वह अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को 15 दिसंबर से बहाल नहीं करेगा. इससे एक सप्ताह पहले ही उसने घोषणा की थी कि वह निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने जा रहा है.
स्वास्थ्य स्थिति की घोषणा करना अनिवार्य
केंद्र सरकार ने 07 दिसंबर 2021 को भारत में आने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों द्वारा एयर सुविधा पोर्टल पर एक संपर्क रहित स्व-घोषणा अनिवार्य की. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, भारत में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ एयर सुविधा पोर्टल पर बोर्डिंग से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति की घोषणा करना अनिवार्य है.
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक
डीजीसीए ने 09 दिसंबर को अधिसूचना में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध 31 जनवरी, 2022 तक बढ़ा दिया है. यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा. इसने यह भी कहा कि अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय विमानों को मामले के आधार पर चयनित मार्गो पर चलाने की अनुमति दी जा सकती है.
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अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध कब से
भारत ने पिछले साल 23 मार्च को कोविड-19 के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि बाद में कुछ देशों के साथ व्यवस्था के तहत उड़ान प्रतिबंधों में ढील दी गई.
एयर बबल समझौते: एक नजर में
भारत ने इस समय 30 से अधिक देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं. विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए देश पिछले एक साल से कई देशों में वंदे भारत की उड़ानें संचालित कर रहा था. इस समय कई देशों ने या तो अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं या आने वाले यात्रियों पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है.
कोरोना महामारी के कारण भारत में 23 मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं. भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित 32 देशों के साथ 'एयर बबल' समझौता किया है. दो देशों के बीच 'एयर बबल' समझौते के तहत उनकी एयरलाइनों द्वारा उनके क्षेत्रों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की जा सकती हैं.
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