Jagdeep Dhankhar Elected Vice-President of India: जगदीप धनखड़, जिन्होंने पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था, उन्होनें विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के 182 मतों के खिलाफ 528 मतों के साथ भारत के 14 वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया है। सुश्री अल्वा, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री और 5 बार कांग्रेस सांसद रही हैं, उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार थी।
श्री जगदीप धनखड़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के लिए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। उन्हें 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया है। वह 11 अगस्त 2022 को भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। श्री धनखड़ मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की जगह लेने के लिए शपथ लेंगे, जिनका कार्यकाल 11 अगस्त 2022 को समाप्त हो रहा है। उपराष्ट्रपति बनने से पहले, जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है।
Congratulations to Shri Jagdeep Dhankhar Ji on being elected India’s Vice President with resounding support across party lines. I am confident he will be an outstanding Vice President. Our nation will gain tremendously from his intellect and wisdom. @jdhankhar1 pic.twitter.com/YD8BHb512W
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2022
जगदीप धनखड़ उच्चतम अंतर से जीते (Jagdeep Dhankhar wins by High Margin)
भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनखड़ का चुनाव अद्वितीय है, क्योंकि उन्होनें संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया है। श्री धनखड़ ने अपने प्रतिद्वंद्वी सुश्री अल्वा के 182 वोटो के मुकाबले 528 वोट (72.8%) हासिल किए। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती नायडू के 2017 के प्रदर्शन को 2% से बेहतर किया, जिन्होंने 346 वोट हासिल किए थे, जो 1997 के बाद से पिछले छह उप-राष्ट्रपति चुनावों में सबसे अधिक थे। हालांकि, केआर नारायणन के पास सबसे अधिक अंतर के साथ उपराष्ट्रपति की जीत का रिकॉर्ड बना हुआ है, जिन्होंने 1992 में स्वतंत्र उम्मीदवार काका जोगिंदर सिंह के खिलाफ डाले गए 701 वोटों में से 700 वोट हासिल किए थे।
- मतदाताओं की कुल संख्या: 780 (लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों सहित)
- मतदान करने वाले सांसदों की कुल संख्या: 725
- कुल मतदान: 92.94%
- वैध मतों की कुल संख्या: 710
- अमान्य वोटों की कुल संख्या: 15
- श्री धनखड़ द्वारा सुरक्षित वोटों की संख्या: 528
- सुश्री अल्वा द्वारा सुरक्षित वोटों की संख्या: 182
अकादमिक पृष्ठभूमि (Academic Background)
जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक स्कूली शिक्षा झुंझुनू में पूरी की और उसके बाद सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में फुल मेरिट स्कॉलरशिप पर दाखिला लिया। ग्रेजुएशन की बात करें तो धनखड़ के पास एलएलबी डिग्री के साथ फिजिक्स में बैचलर डिग्री है। उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और फिर सर्वोच्च न्यायालय में वकील के रूप में 40 वर्षों से अधिक समय तक कानून का अभ्यास किया। वह ICC - इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं।
The Vice President-elect, Shri Jagdeep Dhankhar and his spouse, Dr. Sudesh Dhankhar met the Vice President, Shri M. Venkaiah Naidu and his spouse, Smt. Usha Naidu at Upa-Rashtrapati Nivas today. pic.twitter.com/3E5tp0d1aC
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 7, 2022
राजनीतिक सफर (Political Journey)
श्री धनखड़ ने अपनी राजनीतिक यात्रा 1989-91 में शुरू की, जब वे जनता दल के तत्वावधान में झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य बने। उन्होंने 1990-1991 में पीएम चंद्रशेखर की अल्पमत सरकार के तहत संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया था। पीवी नरसिम्हा राव के प्रधान मंत्री बनने के बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए; लेकिन 2008 में राजस्थान में कांग्रेस के चेहरे के रूप में अशोक गहलोत के उदय के कारण जल्दी ही भाजपा में स्थानांतरित हो गए। 2019 में, उन्हें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था, जहां वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ नियमित चुनौतियों के लिए चर्चा में थे।
| साल | ग्रहित पद |
| 1989-1991 | झुंझुनूं से लोकसभा सांसद |
| 1990-1991 | MoS संसदीय कार्य |
| 1993-1998 | राजस्थान विधानसभा किशनगढ़ से विधायक |
| 2019-2022 | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल |
| अगस्त-22 | भारत के 14वें उपराष्ट्रपति |
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