इजरायल एवं फिलिस्तीन के मध्य ठप पड़ी शांति वार्ता को गति देने के लिए 14 जनवरी 2017 को पश्चिम एशिया शांति शिखर सम्मेलन पेरिस में आयोजित हुआ.
इस सम्मलेन में भाग लेने के लिए 70 देशों के प्रतिनिधि यहां एकत्रित हुए हैं. फिलिस्तीनियों ने फ्रांसीसी पहल का स्वागत किया है, लेकिन इजरायल का कहना है कि सम्मेलन उसके विरुद्ध है.
यह भी साबित किया जाएगा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों के मध्य किसी समझौते के बगैर इजरायल की 1967 के पूर्व की स्थिति में बदलावों को मान्यता नहीं देगा.
हालांकि इजरायल सम्मेलन में भाग नहीं ले रहा है. बैठक के लिए एक मसौदा बयान में कहा गया है की इजरायल और फिलिस्तीन समस्या के द्विराष्ट्र समाधान के प्रति अपनी बचनबद्धता फिर से जाहिर करें एवं कोई ऐसा एकतरफा कदम न उठाएं जिससे अंतिम दर्जे के लिए होने वाली वार्ता के परिणाम प्रभावित हों.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पेरिस सम्मेलन को एक छलावा बताया है, जिससे इजरायल बंधा नहीं होगा.
इजरायल ने शांति प्रक्रिया में अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को खारिज कर दिया है और कहा है कि केवल सीधी वार्ता के द्वारा ही समस्या का हल निकल सकता है.
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