इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के एक अध्ययन से यह पता चला है कि, कोवैक्सीन और कोविशील्ड के टीकों के संयोजन से बेहतर सुरक्षा परिणाम मिल सकते हैं.
इस अध्ययन के परिणाम ऐसे समय आए हैं जब वैश्विक स्तर पर, विभिन्न वैक्सीन्स की खुराक के मिश्रण पर शोध बढ़ रहा है.
डेनमार्क के स्टेट सीरम इंस्टीट्यूट ने पहले यह कहा था कि, एस्ट्राजेनेका कोविड -19 वैक्सीन को mRNA वैक्सीन की दूसरी खुराक के साथ या तो, मॉडर्ना या फाइजर-बायोएनटेक के टीके के संयोजन से 'अच्छी सुरक्षा' मिलती है.
ICMR के अध्ययन की मुख्य विशेषताएं
• इस अध्ययन के दौरान, ICMR ने उन लोगों की सुरक्षा और इम्युनोजेनेसिटी प्रोफाइल की तुलना की, जिन्हें कोवैक्सिन या कोविशील्ड मिला था और इसने बेहतर परिणाम दिखाए.
• यह अध्ययन उत्तर प्रदेश में उन व्यक्तियों पर किया गया था, जिन्होंने पहली खुराक के तौर पर कोविशील्ड टीका लगवाया था. इसके बाद इन् लोगों ने अनजाने में ही कोवैक्सिन टीके की दूसरी खुराक छह सप्ताह के अंतराल पर लगवाई थी.
• महामारी विज्ञान और संचारी रोग प्रमुख, ICMR, डॉ समीरन पांडा ने कहा है कि, "यह एक प्राकृतिक प्रयोग की तरह था जब, दूसरी बार इन व्यक्तियों ने अनजाने में इन दोनों टीकों की अलग-अलग खुराक लगवाई."
• ICMR ने यह अध्ययन करने का निर्णय लिया था ताकि लोगों को किसी प्रकार की चिंता या टीका लगवाने में संकोच न हो.
• चिकित्सा परिषद ने व्यक्तियों के नमूने एकत्र किए थे.
परिणाम
• विषम समूह में कुल 18 प्रतिभागी थे, जिनमें से दो प्रतिभागी अनिच्छुक थे इसलिए, उन्हें बाहर कर दिया गया था.
• अन्य में 62 वर्ष की औसत आयु वाले 11 पुरुष और 07 महिला प्रतिभागी शामिल थे. एक व्यक्ति में उच्च रक्तचाप की सूचना मिली थी.
• कुल मिलाकर, दोनों सजातीय समूहों में 40 व्यक्तियों को शामिल किया गया था.
• विषम समूह में अल्फा, बीटा और डेल्टा प्रकारों के खिलाफ टीका प्रतिरक्षा बेहतर मानी गई.
• सहभागियों की IgG एंटीबॉडी और न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी प्रतिक्रिया भी समजातीय समूहों की तुलना में काफी अधिक थी.
निष्कर्ष
• इस अध्ययन से यह पता चला है कि, एक एडिनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म - आधारित वैक्सीन के संयोजन के साथ टीकाकरण के बाद निष्क्रिय हुआ पूरा वायरस वैक्सीन न केवल सुरक्षित था बल्कि इससे बेहतर इम्युनोजेनेसिटी भी प्राप्त हुई थी.
• अगर किसी को कोविशील्ड पहली बार और कोवैक्सिन दूसरी बार लगाया जाए तो, विषम समूह और समजातीय समूह के साथ तुलना करने पर, इस अध्ययन में बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया मिली है.
• एडिनोवेक्टर और समस्त वैरिएंट टीकों के संयोजन पर यह पहला अध्ययन है.
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