देश की सबसे प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा (यूपीएससी) के घोषित परिणामों के अनुसार इस बार कर्नाटक की नंदिनी के आर ने आइएएस में ऑल इंडिया टॉप किया है. नंदिनी के आर ने चौथे प्रयास में यह सफलता अर्जित की.
नंदिनी के आर ने अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता को दिया हैं. 15 सितंबर 1990 को जन्मी नंदिनी के पिता सरकारी हाई स्कूल में टीचर हैं और मां हाउसवाइफ हैं. नंदिनी के अनुसार वह जो कुछ भी हैं अपने माता पिता की बदौलत हैं.
नंदिनी के आर के बारे में-
- नंदिनी का पूरा नाम नंदिनी कोलार राजेश है. ओबीसी पृष्टभूमि से आनेवाली 26 वर्षीय नंदिनी कर्नाटक की रहने वाली हैं. उन्होने पिछले साल भी परीक्षा पास की थी लेकिन पिछले साल उनकी रैंक 849वीं थी और वे इससे खुश नहीं थीं.
- फरीदाबाद स्थित नेशनल अकादमी ऑफ कस्टम एक्साइज एंड नारकोटिक्स (नासेन) में नंदिनी आइआरएस का पिछले पांच माह से प्रशिक्षण ले रही हैं लेकिन फिर भी उन्होंने आईएएस बनने का ख्वाब नहीं छोड़ा. अंतत: वह सफल भी हुई.
- नंदिनी ने 10वीं तक की पढ़ाई कर्नाटक के कोलार में की. इसके बाद उन्होंने मैंगलोर से 12वीं की पढ़ाई की. 12वीं के बाद उन्होंने बेंगलूरू से एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. पढ़ाई के बाद वे दो वर्षों तक कर्नाटक में सार्वजनिक निर्माण विभाग (पी डब्ल्यूडी) में इंजीनियर भी रहीं.
- यूपीएससी की परीक्षा में उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट कन्नड़ लिटरेचर था. उनका कहना है कि कन्नड़ साहित्य पढ़ना उनके लिए पढ़ाई से ज्यादा एक हॉबी थी.
परीक्षा में 1099 छात्र पास हुए-
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा से देश में आईएएस, आईएफएस और आईपीएस अफसर चुने जाते हैं. इस बार 1099 छात्रों ने ये परीक्षा पास की है. जिसमें से 180 छात्र आईएएस, 45 छात्र आईएफएस यानि भारतीय विदेश सेवा का हिस्सा होंगे. वहीं 150 छात्र आईपीएस बनकर देश में पुलिस की सेवा करेंगे. 834 छात्रों को सेंट्रल ग्रुप के ए और बी सर्विस का हिस्सा बनाया जाएगा.
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