नासा के सैटेलाईट ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने सौरमंडल के बाहर एक नए ग्रह की खोज की है. TESS द्वारा खोजा गया यह तीसरा ग्रह है. वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती से बाहर जीवन तलाशने की संभावनाओं की दिशा में यह एक बड़ी उपलब्धि है.
वैज्ञानिकों द्वारा जारी जानकारी के अनुसार घने वायुमंडल के चलते इस ग्रह पर जीवन की संभावना हो सकती है. इस नए ग्रह की खोज करने वाली टीम की अगुवाई मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रॉफिजिक्स एंड स्पेस रिसर्च की प्रोफेसर डायना ड्रैगॉमिर ने की है. उनका मानना है कि सूर्य जैसे चमकदार तारे का चक्कर लगा रहा यह अब तक का सबसे ठंडा छोटा ग्रह है.
नये ग्रह के बारे में जानकारी
• यह ग्रह पृथ्वी से 53 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. इस ग्रह को एचडी 21749बी नाम दिया गया है.
• यह रेटीकुलम तारामंडल के सूर्य के समान चमकीले ड्वार्फ (बौने) तारे का चक्कर लगा रहा है.
• तारे से नजदीक होने के बाद भी इस ग्रह की सतह का तापमान 300 डिग्री फेरनहाइट ही है.
• एचडी 21749बी को अपने तारे की परिक्रमा पूरी करने में 36 दिन लगते हैं.
• गर्म तारे की परिक्रमा कर रहा एचडी 21749बी अब तक का सबसे ठंडा ग्रह है.
• नासा का TESS मिशन तीन महीने में 3 ग्रह और 6 सुपरनोवा की खोज कर चुका है. एचडी 21749बी इसकी सबसे हालिया खोज है.
ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS)
• केपलर यान के बाद नासा ने एक्सोप्लैनेट की खोज के लिए टीईएसएस को अप्रैल 2018 में लॉन्च किया था.
• अपने दो साल के अभियान में टीईएसएस 30 से 300 प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रहों और चमकीले तारों का अध्ययन कर रहा है.
• मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) द्वारा विकसित उपग्रह का लक्ष्य हजारों ऐसे ग्रहों की तलाश करना है जो हमारे सौर मंडल से बाहर हैं.
• यह अंतरिक्ष यान एक फ्रिज के आकार का है और जो कि चार कैमरों द्वारा सुसज्जित है. टीईएसएस लगभग दो साल के लिए मिशन पर है और लगभग पूरे आकाश को खंगालेगा.
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