किलाउआ ज्वालामुखी, पृथ्वी पर सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक, 30 सितंबर, 2021 को हवाई के बड़े द्वीप पर फट गया. यह ज्वालामुखी कथित तौर पर, हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर फटा है जिस कारण इस क्षेत्र के घरों के लिए इस ज्वालामुखी से फिलहाल कोई खतरा नहीं है.
क्रेटर के वेब कैमरा फुटेज में क्रेटर के आधार को ढकने वाले लावा के फव्वारे और हवा में उठने वाले ज्वालामुखी की गैस के बादल दिखाई दे रहे हैं. इस क्षेत्र में ज्वालामुखी दिसंबर, 2020 में भी फटा था, जो मई, 2021 तक चला था.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि, इस ज्वालामुखी के शिखर पर किलाऊआ के हलेमौमऊ क्रेटर में विस्फोट शुरू हो गया है. अधिकारियों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि, यह विस्फोट रिहायशी क्षेत्र में नहीं है. वर्तमान में यह विस्फोट पूरी तरह से हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान के बंद क्षेत्र के भीतर हो रहा है.
हवाई रेड क्रॉस ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह कहा है कि, "वर्तमान में बिग आइलैंड के किसी भी घर या आबादी वाले क्षेत्रों में कोई खतरा नहीं है. हम इस घटना की निगरानी करना जारी रखेंगे और आवश्यकतानुसार अपडेट करते रहेंगे."
इससे पहले, अधिकारियों ने उक्त क्षेत्र में भूकंप की गतिविधि और जमीन में सूजन बढ़ने की सूचना दी थी और जिसके अनुसार यहां अलर्ट स्तर बढ़ा दिया था.
किलाऊआ ज्वालामुखी विस्फोट, 2018
वर्ष, 2018 में किलाउआ ज्वालामुखी का विस्फोट सदियों में सबसे बड़ा था और यह बड़े पैमाने पर इस ज्वालामुखी के शिखर के पतन के साथ हुआ था. इस ज्वालामुखी विस्फोट ने सैकड़ों घरों को नष्ट कर दिया था और हजारों निवासियों को विस्थापित कर दिया था. इससे पहले, यह ज्वालामुखी वर्ष, 1983 से 30 से अधिक वर्षों तक धीरे-धीरे फट रहा था.
इस विस्फोट ने हवाई द्वीप को हमेशा के लिए बदल दिया और यह ज्वालामुखी लगभग 03 महीने तक सक्रिय रहा. बड़े लावा प्रवाह ने हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान के दक्षिण-पूर्व में भूमि को कवर कर दिया जिससे पुना जिले में आवासीय क्षेत्र तबाह हो गये थे. भूकंप की एक श्रृंखला के बाद, लावा के फव्वारे और नदियां बहने लगीं.
यह विशाल लावा प्रवाह 04 जून को कपोहो खाड़ी में प्रशांत महासागर में पहुंच गया. लावा ने कपोहो क्रेटर में भी प्रवेश किया और ग्रीन लेक को वाष्पित कर दिया, जो हवाई की सबसे बड़ी प्राकृतिक ताजे पानी की झील थी.
अगस्त तक, लगभग 35 किमी भूमि लावा प्रवाह से ढकी हुई थी और समुद्र में लगभग 875 एकड़ नई भूमि बनाई गई थी. इस लाल गर्म पिघली हुई चट्टान ने कई स्थलों और आस-पड़ोस के क्षेत्र को काले पत्थरों के विशाल क्षेत्र में बदल दिया. यह विस्फोट अंततः अगस्त में कम हो गया और दिसंबर में इसके समाप्त होने की घोषणा की गई.
वर्ष, 1980 में माउंट सेंट हेलेंस के विस्फोट के बाद से, संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्ष, 2018 का ज्वालामुखी विस्फोट सबसे विनाशकारी था.
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